जानिए, काेराेना वायरस किस अंग काे कर रहा डैमेज

punjabkesari.in Wednesday, Mar 18, 2020 - 12:49 PM (IST)

लखनऊ: दुनिया के लगभग 146 देशों में तेजी से फैल रहे कोरोना वायरस का संक्रमण मनुष्य के सिर्फ फेफड़ा तक ही सीमित नहीं है बल्कि यह गुर्दे को भी घातक हानि पहुंचाता है। जिससे मनुष्य के गुर्दे भी खराब हो सकते हैं। गुर्दा मनुष्य के लिए जानलेवा साबित हो सकता है। यह खुलासा चीन और ताइवान में कोरोना वायरस मरीजों के शोध से स्पष्ट हुआ है। मरीजों में सीरन क्रिटिनिन के साथ कई खून की जांचे गड़बड़ मिलीं। शोध पत्र इंटरनेशनल किडनी जर्नल में प्रकाशित हुआ है। यह जर्नल इंडियन सोसायटी ऑफ नेफ्रोलॉजी का है।

गुर्दा विशेषज्ञों द्वारा 100 मरीजों पर हुआ शोध
इंडियन सोसायटी ऑफ नेफ्रोलॉजी के जचिव व पीजीआई के वरिष्ट नेफ्रोलॉजिस्ट डॉ. नारायण प्रसाद के अनुसार कोरोना वायरस से पीड़ित चीन और ताइवान के करीब 100 मरीजों पर शोध किया गया। इंडियन सोसायटी ऑफ नेफ्रोलॉजिस्ट के सदस्य और गुर्दा विशेषज्ञों ने इनकी खून तथा पेशाव से लेकर अन्य कई जांचों का अध्ययन किया। जिसमें यह पाया गया कि कोरोना फेफड़े को अपने संक्रमण का शिकार बनाने के साथ ही गुर्दे की भी सेहत बिगाड़ रहा है। इनमें से 15 फीसदी पीड़ितों में सीरन क्रिटनिन बढ़ा पाया गया। इसके अलावा इनमें 50 प्रतिशत मरीजों में प्रोटीन की मात्रा अधिक मिली। 26 प्रतिशत मरीजों में लाल रख्त कढ़िकाएं बढ़ी हुई पायी गईं।

आइए जानें कोरोना से बचाव के तरीके?
डॉ. प्रसाद के अनुसार किड़नी की बीमारी से पीड़ित मरीज भीड़भाड़ वाले इलाकों में जाने से बचें। मुंह में मास्क लगाकर रखें। 30 सेकेंड तक अपने हाथों को साबुन या सेनेटाइज से धुलें। अपने हाथों को मुंह, नाक, और आंख के संपर्क में लाने से बचें। खुद के साथ अपने आस-पास भी साफ-सफाई रखें। बाहर की चीजों को खाने से बचें।

60 साल से अधिक उम्र के लोग बरतें सतर्कता
गुर्दे की बीमारी से पीड़ित मरीज जो इलाज कराने के साथ ही डायलिसिस और गुर्दा प्रत्यारोपड़ करा चुके हैं वो खासकर सावधानी बरतें। इसके अलावा 60 साल से अधिक उम्र के लोग खासतौर पर सतर्क रहें। क्योंकि उम्र बढ़ने के साथ ही इनकी प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है?

Ajay kumar