जानिए क्यों जाते हैं इस गांव के लोग खुरपी लेकर शौच?

punjabkesari.in Sunday, Oct 01, 2017 - 05:57 PM (IST)

पीलीभीतः पीलभीत के जिला प्रशासन ने खुले में शौच करने वालों के लिए एक अनोखा कदम उठाया है। जिसके चलते खुले में शौच करने वालों के लिए एक फरमान जारी किया है। वहीं जिला प्रशासन के आदेश के बाद सिरसा सरदाह गांव में लोग जब भी खुले में शौच करने के लिए घर से निकलते हैं, तो उनके एक हाथ में पानी की बोतल या लोटा और दूसरे हाथ में खुरपी या कुदाल होता है।

बीमारियों का खतरा होगा कम 
यह इसलिए क्योंकि जिला प्रशासन ने गांव वालों बताया कि वो जब भी खुले में शौच करने जाएं तो वो खुरपी से गड्ढा खोद कर मल को उसमें दबा दें। इससे मक्खियों के जरिए फैलने वाली बीमारियों का खतरा कम हो जाएगा। जिला प्रशसान की पहल के बाद अब गांव की महिलाओं से लेकर पुरुष तक खेत में खुरपी या कुदाल लेकर शौच करने जाने लगे हैं।


क्यों उठाना पड़ा ये कदम 
बता दें, कि प्रशासन को ये कदम इस लिए उठाना पड़ा क्योंकि गांव में कुछ घरों को छोड़कर अधिकतर घरों में शौचालय नहीं है। इसलिए लोगों को खुले में शौच के लिए जाना पड़ता है। पीलीभीत के मुख्य विकास अधिकारी दिनेश कुमार सिंह के बताया कि जिले में 1,87,312 घर ऐसे हैं, जहां शौचालय नहीं हैं।

बीमारी से बचने के लिए एहतियाती कदम 
सीडीओ ने बताया कि खुले में शौच के लिए जाने वाले को बीमारी से बचने के लिए एहतियाती कदम उठाने के लिए कहा गया है, हालांकि कुछ गांव वाले इस तरह के निर्देश से नाखुश भी दिखे, लेकिन इससे उनको ही फायदा होगा। क्योंकि मक्खियों के जरिए फैलने वाली बीमारियों का खतरा ज्यादा होता है।

ग्रामीण ने की  सरहाना
सरदाह गांव के रहने वाले राजेश ने बताया कि अधिकतर घरों में शौचालय नहीं है, जब तक ये बन नहीं जाते तब तक बीमारियों को रोकने के लिए ऐसा करना जरूरी है।राजेश ने जिला प्रशासन के इस अनोखे कदम की सरहाना की।