Children Day Special: जानिए क्यों चाचा नेहरु के जन्मदिन पर मनाया जाता है बाल दिवस?

punjabkesari.in Tuesday, Nov 14, 2017 - 03:06 PM (IST)

यूपी डैस्क: भारत में बहुत से महान व्यक्तियों ने जन्म लिया और जवाहर लाल नेहरु उनमें से एक थे। वो बच्चों को बहुत प्यार करते थे। वो बेहद मेहनती होने के साथ ही शांतिप्रिय स्वभाव के व्यक्ति भी थे। जवाहर लाल नेहरु ने महात्मा गांधी के साथ हमारे देश को आजादी दिलाने में बहुत मदद की थी और 1947 में भारत स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद वह भारत के पहले प्रधानमंत्री बने।

क्या कारण है बाल दिवस मनाने का?
पंडित जवाहर लाल नेहरू का जन्म 14 नवंबर 1889 को इलाहबाद में हुआ था। नेहरू जी का बच्चों से बड़ा स्नेह था और वे बच्चों को देश का भावी निर्माता मानते थे। बच्चों के प्रति उनके इस स्नेह भाव के कारण बच्चे भी उनसे बेहद लगाव और प्रेम रखते थे और उन्हें चाचा नेहरू कहकर पुकारते थे। यही कारण है कि नेहरू जी के जन्मदिन को बाल दिवस के रूप में मनाया जाता है।

उनके जीवन से जुड़े कुछ रोचक तथ्य:- 
-
पंडित जवाहर लाल नेहरू एक विस्थापित कश्मीरी पंडित परिवार से आते थे। वह पेशे से वकील पंडित मोतीलाल नेहरू और हाउस वाइफ स्वरूप रानी के 4 बच्चों में सबसे बड़े पुत्र थे। नेहरू ने अपनी 16 साल तक की उम्र में अंग्रेजी की अच्छी खासी पढ़ाई कर ली थी। भारत की संस्कृति को जानने के लिए उन्होंने हिंदी और संस्कृत का भी संपूर्ण ज्ञान प्राप्त किया।

-इसके बाद 1905 में नेहरू अपनी आगे की पढ़ाई के लिए इंग्लैंड चले गए। उन्होंने यहां 3 साल रहकर कैंब्रिज यूनिवर्सिटी से नेचुरल साइंस में ऑनर्स की डिग्री प्राप्त की। उन्होनें इसके बाद लंदन में 2 साल की उच्च शिक्षा प्राप्त कर बैरिस्टर बनने के लिए क्वालिफाई किया। नेहरू ने 1916 में कमला नेहरू से शादी कर ली, इसके एक साल बाद उन्होंने एक बेटी को जन्म दिया जिसका नाम इंदिरा प्रियदर्शनी था।

-नेहरू का वकालत के प्रति भी काफी जुनून था। वह इसके लिए वकालत की प्रैक्टिस भी करते थे, लेकिन यह काफी कम समय के लिए ही था। इसके बाद नेहरू को महात्मा गांधी की बिना भय और नफरत के ब्रिटिश साम्राज्य के प्रति उनकी विचारधारा ने प्रभावित किया।

-नेहरू लोगों के प्रधानमंत्री होने के साथ-साथ एक अच्छे राजनेता, बुद्धिजीवी और एक स्कॉलर थे। इसके अलावा वह उस दौर के सबसे लंबे कद के प्रधानमंत्री भी थे।उन्होंने अर्थव्यवस्था, विज्ञान, टेक्नॉलजी, अन्तरराष्ट्रीय संबंध और शिक्षा की बड़ी योजनाओं से देश को प्रगति के पथ पर आगे बढ़ाने का काम किया।