कोविड 19 संक्रमित मरीजों को अस्पतालों में भर्ती कराने के नाम पर ठगी, 02 अभियुक्त गिरफ्तार

punjabkesari.in Saturday, May 08, 2021 - 06:30 PM (IST)

गाजियाबाद: कोरोना महामारी के वजह से प्रदेश के अस्पतालों में बेड नहीं खाली है ऑक्सजीन की भारी किल्लतों का लोगों को सामना करना पड़​ रहा है​ ऐसे में दलालों का धंधा तेजी से फलफूल रहा है। कोरोना मरीजों को अस्पताल में भतीर् कराने के नाम पर एक गैंग तेजी से सक्रिय हो गया है। और कोरोना मरीजों को अच्छे अस्पताल में भतीर् कराने के नाम अच्छी खासी मो​​टी रकम वसूल रहे है। इसकी सूचना मुखबिर की मदद से लगी इस मामले में पुलिस ने दो अभियुक्त को गिरफ्तार किया है।

 एसपी सिटी प्रथम निपुण अग्रवाल ने बताया कि गाजियाबाद की स्वाट टीम और शहर कोतवाली पुलिस के संयुक्त अभियान के तहत इस गैंग का पर्दाफाश किया गया है। जो कोरोना से पीड़ित लोगों को अस्पताल में बेड दिलाने के नाम पर उनके साथ ठगी किया करता था। पुलिस ने इस गैंग के मयंक पुत्र सतीश खन्ना निवासी गाजियाबाद, प्रदीप गौड़ पुत्र सत्यवीर सिंह निवासी गाजियाबाद ,इन दो शातिर अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है। उनके कब्जे से ₹195000 की नकदी भी बरामद की गई है। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार किए गए इन दोनों अभियुक्तों ने बताया है । कि इनका इस गोरखधंधे में लिप्त एक बड़ा गैंग है और इस गैंग में कुल 5 लोग शामिल हैं। जिसके तीन अन्य साथी यश मेहता गौतम वार्ष्णेय और सतीश भी शामिल है और इस गैंग में मयंक गैंग का सरगना है ।

उन्होंने बताया कि जो लोग कोविड-19 संक्रमण से ग्रसित होते हैं और उन्हें भर्ती करने के लिए अस्पताल में बेड उपलब्ध नहीं हो पाता है। ऐसे लोगों को एमएमजी अस्पताल, मैक्स अस्पताल व यशोदा अस्पताल तथा अन्य अस्पतालों के बाहर खड़े होकर भर्ती कराने आए लोगों को मदद करने के बहाने चिन्हित कर लेते थे और यह लोग मयंक एवं यश मेहता ,कभी डॉक्टर चिराग वह कभी डॉक्टर अमित या अन्य अलग-अलग डॉक्टरों के नाम से मदद करने के नाम पर अस्पताल में आईसीयू बेड या वेंटीलेटर एवं अन्य सुविधा देने का विश्वास दिलाकर मैक्स अस्पताल में नियुक्त होने का दावा कर पीड़ित परिवार से ठगी करते थे। फिलहाल पुलिस ने इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। बाकी आरोपियों की तलाश पुलिस कर रही है।

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Ramkesh