कुशीनगर: गन्ना मूल्य भुगतान और चीनी मिल चलाने की मांग पर पूर्व मंत्री देंगे धरना, कहा हिम्मत हो तो मिल मालिक को गिरफ्तार करो

punjabkesari.in Tuesday, Nov 15, 2022 - 02:15 PM (IST)

कुशीनगर (अनूप कुमार) : यूपी के पूर्व मंत्री राधेश्याम सिंह आज गन्ना मूल्य भुगतान और चीनी मिल चलाने की मांग पर आज सुबह कुशीनगर कलेक्ट्रेट पहुंचकर फिर से धरना देंगे। आपको बता दें कि राधेश्याम सिंह ने इससे पहले दिवाली के दिन भी धरना प्रदर्शन किया था। जिस पर जिला प्रशासन द्वारा उनके ऊपर बिना अनुमति के धरना प्रदर्शन में पहुचने पर उनको गिरफ्तार करने के साथ उनके ऊपर धारा 144 के उल्लंघन का मामला दर्ज किया था। जिसके बाद पूर्व मंत्री ने सोमवार को कप्तानगंज चीनी मिल के मजदूरों और किसानों की समस्याओं से नए डीएम को अवगत करा मंगलवार को धरना देने की अनुमति मांगी थी। इस दौरान पूर्व मंत्री ने पत्रकारों से कहा कि जिला प्रशासन मुझे किसानों की आवाज उठाने पर जेल भेज दें, लेकिन चीनी मिल से किसानों का बकाया भुगतान कराकर चिनीमिल चलवा दें।

चिनीमिल पर किसानों का 40 करोङ बकाया
कप्तानगंज क्षेत्र स्थिल कनोडिया चिनीमिल पर किसानों के लगभग 40 करोङ से ज्यादा बकाए भुगतान की लड़ाई पूर्व मंत्री ने एक बार फिर शुरू कर दी हैं। सपा सरकार में मंत्री रहे राधेश्याम सिंह किसानो के गन्ना मूल्यों की भुगतान के साथ मिल चलाने की मांग को लेकर आज फिर धरने पर बैठने जा रहे। कुछ दिन पूर्व दीपावली के दिन किसानों के आह्वान पर दीवाली न मनाते हुए पूर्वमंत्री कप्तानगंज तहसील पर धरना देने पहुचे थे। जिसके बाद पुलिस उन्हें गिरफ्तार कर तरयासुजान लेकर चली गई। जिसेक बाद उन्हें छोड़ा गया। सोमवार को पूर्व मंत्री राधेश्याम सिंह ने जिले के डीएम रमेश रंजन को पांच बिंदुओं का पत्रक शौपा। जिसमें उन्होंने किसानों और मजदूरों की समस्या पर धरना देने की अनुमति मांगी। इस बार पूर्व मंत्री ने धरना स्थल के रूप में जिला कलेक्ट्रेट को चुना हैं।

चीनी मिल को चलाने की मांग
पूर्व मंत्री राधेश्याम सिंह ने बताया कि किसानों के नेता स्वर्गीय बाबू गेंदा सिंह की जयंती पर हम मंगलवार को कप्तानगंज चीनी मिल को चलाने की मांग करते हुए धरना शुरू करेंगे। इसकी सूचना पूर्व डीएम को पहले ही दिया जा चुका था। जिसके बाद उनका तबादला हो गया और अब नए आए डीएम से किसानों की समस्याओं को लेकर मैंने उनसे मुलाकात की। उन्होंने मेरी बात को ध्यान से सुना जिसमें मैंने कहा कि जिला प्रशासन किसानों का गन्ना मूल्य मांगने पर फर्जी मुकदमों में मुझे फंसा आवाज दबाने की कोशिश कर रहा। मैं डरने वाला नहीं हुं। मैं लड़ने वालो में हूं। मुझे आंदोलन से रोकने के लिए चाहें तो जिला प्रशासन मुझे जेल भेज दें पर किसानों का पैसा खाकर चिनीमिल बन्द करने वाले मालिकों पर मुकदमा कर जेल भेजें या सरकार व जिला प्रशासन किसानों के बकाए गन्ना मूल्य का भुगतान करा चिनीमिल को चालू करवा दें।

Content Editor

Prashant Tiwari