''सैलरी, चेकबुक और ATM तक पर था सुसराल वालों का कब्जा...'', दहेज प्रताड़ना से आहत KVC की टीचर अन्विता शर्मा ने की आत्महत्या
punjabkesari.in Thursday, Mar 20, 2025 - 04:47 AM (IST)

Ghaziabad News, (आकाश गर्ग): गाजियाबाद के इंदिरापुरम थाना क्षेत्र में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां केंद्रीय विद्यालय (केवीएस) दल्लूपुरा, दिल्ली में कार्यरत शिक्षिका अन्विता शर्मा ने अपने ससुराल में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना के बाद पुलिस ने मृतका के पति गौरव कौशिक और ससुर सुरेंद्र शर्मा को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि सास मंजू शर्मा की भूमिका की जांच की जा रही है।
शादी में 26 लाख रुपये खर्च...दहेज में स्विफ्ट डिजायर कार भी दी
मृतक टीचर अन्विता शर्मा (30) का विवाह 8 दिसंबर 2019 को गौरव कौशिक से हुआ था, जो मैक्स अस्पताल में डॉक्टर हैं। अन्विता के पिता अनिल शर्मा द्वारा दी गई शिकायत के अनुसार, उन्होंने अपनी बेटी की शादी में 26 लाख रुपये खर्च किए गए थे और दहेज में स्विफ्ट डिजायर कार भी दी गई थी। लेकिन इसके बावजूद, ससुरालवाले लगातार अतिरिक्त दहेज की मांग करते रहे और उनकी बेटी को मानसिक व शारीरिक रूप से प्रताड़ित करते थे। आरोप है कि अन्विता सरकारी शिक्षिका होने के बावजूद आर्थिक रूप से स्वतंत्र नहीं थी, क्योंकि उसका वेतन, चेकबुक और एटीएम कार्ड भी ससुरालवालों के कब्जे में रहते थे। जब उसने अपने पैसे वापस मांगने की कोशिश की, तो उसके साथ मारपीट और गाली-गलौच की गई।
पति और ससुर गिरफ्तार
परिवार के अनुसार, 16 मार्च 2025 को गौरव कौशिक, सुरेंद्र शर्मा और मंजू शर्मा ने अन्विता को बुरी तरह प्रताड़ित किया, जिससे आहत होकर उसने एक सुसाइड नोट लिखा और फांसी लगा ली। दोपहर करीब 1:30 बजे उसे गंभीर हालत में वसुंधरा स्थित Le-Crest अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। अन्विता के पिता की तहरीर पर पुलिस ने पति गौरव कौशिक, ससुर सुरेंद्र शर्मा और सास मंजू शर्मा के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धाराओं 85, 115(2), 352, 80(2) और दहेज प्रतिषेध अधिनियम की धाराओं 3 और 4 के तहत मामला दर्ज किया है। पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए पति और ससुर को गिरफ्तार कर लिया, जबकि सास मंजू शर्मा से पूछताछ जारी है। जहां अन्विता की इस दुखद मौत ने उसके तीन वर्षीय बेटे को अनाथ कर दिया है। वही अब परिवार और रिश्तेदारों का कहना है कि वे अपनी बेटी को न्याय दिलाने के लिए हर संभव कानूनी कदम उठाएंगे।
आखिर कब तक महिलाओं को इस तरह की प्रताड़ना सहनी पड़ेगी?
इस घटना ने एक बार फिर दहेज प्रथा और महिलाओं के खिलाफ घरेलू हिंसा की गंभीरता को उजागर किया है। शिक्षित और आत्मनिर्भर होने के बावजूद अन्विता अपने ही घर में सुरक्षित नहीं थी। अब समाज में यह सवाल उठ रहा है कि आखिर कब तक महिलाओं को इस तरह की प्रताड़ना सहनी पड़ेगी? इस पूरे मामले में ACP इंदिरापुरम अभिषेक श्रीवास्तव ने बताया कि मामले की गहन जांच की जा रही है। मृतका के परिवार की शिकायत पर मुकद्दमा दर्ज किया गया है और आरोपी पति गौरव कौशिक और उसके पिता सुरेंद्र शर्मा को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है। वहीं मृतका अन्विता के परिवार ने न्याय की गुहार लगाई है और अपील की है कि इस तरह के मामलों में सख्त कार्रवाई हो, ताकि कोई और बेटी इस तरह की त्रासदी का शिकार न बने।