अपहरण के बाद हत्या कर दिये गये लैब टेक्नीशियन के परिवार ने की सीबीआई जांच की मांग

punjabkesari.in Saturday, Jul 25, 2020 - 08:47 PM (IST)

कानपुर: लैब टेक्नीशियन संजीत यादव के अपहरण और उसकी हत्या के मामले में पांच लोगों की गिरफ्तारी के एक दिन बाद शनिवार को उसके परिवार ने इस पूरे प्रकरण की सीबीआई जांच की मांग की है । संजीत यादव (27) की बहन रूचि यादव ने अपर पुलिस महानिदेशक बीपी जोगदंड से इस पूरे मामले की सीबीआई जांच की मांग की। जोगदंड इस मामले की जांच के लिये यहां बयान लेने आये थे। शुक्रवार को राज्य सरकार के एक प्रवक्ता ने बताया था कि अपहरण की इस घटना में फिरौती के लिए पैसे लिये गये या नहीं, उसके संबंध में अपर पुलिस महानिदेशक वी पी जोगदंड (पुलिस मुख्यालय, लखनऊ) को तत्काल कानपुर नगर पहुंचकर जांच के लिए निर्देश दिया गया है।

जानकारी के मुताबिक एक पुलिस अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि रूचि ने आशंका जताई कि इस घटना में और भी लोग शामिल हो सकते है इसलिये पूरे मामले की सीबीआई जांच हो तो पर्दे के पीछे छिपे लोग सामने आ सकें । उसने अपर पुलिस महानिदेशक से कहा कि अपहरण और हत्या के मामले में एक महिला समेत पांच लोग गिरफ्तार हो चुके है, लेकिन पुलिस अभी तक उसके भाई के बैग, मोबाइल फोन, पर्स और एटीएम कार्ड बरामद नही कर सकी है । रूचि ने बताया कि उसने अपर पुलिस महानिदेशक जोगदंड से निवेदन किया है कि वह सरकार से इस मामले की सीबीआई से जांच कराने को कहें ताकि उसके भाई के साथ जो भी हुआ है उसके असली गुनहगार सामने आ सकें।

जोगदंड ने जानकारी देते हुए बताया कि संजीत के परिवार वालों का बयान शुक्रवार और शनिवार को दर्ज किया गया । अभी तक जांच इस नतीजे तक नही पहुंच सकी है जिससे पता चल सके कि परिवार वालो ने कोई फिरौती की रकम दी थी या नहीं । यादव की बहन और मां ने वापस लौट रहे एडीजी की गाड़ी रोक कर कहा कि कम से कम वह संजीत का शव तो दिलवा ही दे ।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसएसपी दिनेश कुमार प्रभु ने शुक्रवार को बताया था कि पुलिस जांच में साफ हो गया है कि महीने भर पहले कथित तौर पर फिरौती के लिए अपहृत लैब टेक्नीशियन संजीत यादव की उसके अपहर्ताओं ने हत्या कर दी है । उन्होंने बताया कि अपहर्ताओं ने हत्या कर शव को पांडु नदी में फेंक दिया था । अभी तक शव बरामद नहीं हुआ है। एक महिला और अपहृत के दो मित्रों सहित अब तक पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है । शुरूआत में पांचों लोगों ने पुलिस को गुमराह करने की चेष्टा की लेकिन बाद में विस्तृत पूछताछ के दौरान उन्होंने अपराध कबूला ।

Edited By

Ramkesh