लखीमपुर हिंसा: सोशल मीडिया पर सुबह तक किसानों के पक्ष में रहे यूजर, शाम होते ही ''योगी जी लट्ठ बजाओ'' ट्रेंड करने लगा

punjabkesari.in Tuesday, Oct 05, 2021 - 05:22 PM (IST)

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में रविवार को हुई हिंसा का असर पूरे देश में देखने को मिला। फेसबुक, ट्विटर सहित कई अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर यह घटना लगातार छाई रही। विपक्षी नेताओं समेत तमाम लोगों ने भी घटना की निंदा करते हुए इसे पोस्ट किया। सबसे खास बात यह रही कि सोमवार सुबह तक किसानों के पक्ष में जबर्दस्त हवा बही, लेकिन किसानों और सरकार के बीच हुए समझौते ने हवा का रुख बदल कर रख दिया।


शाम होते ही अधिकांश ट्वीट में 'लखीमपुर के गिद्ध' और 'योगी जी लठ बजाओ' जैसे हैश टैग ट्रेंड करने लगा। ये दोनों हैश टैग काफी समय तक ट्विटर ट्रेंड में सबसे ऊपर रहे।


बता दें कि सोशल मीडिया पर रविवार सुबह से ही अभिनेता शाहरुख खान के बेटे आर्यन की गिरफ्तारी का मुद्दा छाया रहा। लेकिन लखीमपुर में किसानों की हत्या के बाद लखीमपुर किसान नरसंहार' जैसे हैश टैग ट्विटर पर ट्रेंड करने लगे। जिसके बाद राहुल गांधी और भूपेश बघेल सहित कई बड़े नेताओं ने इन हैश टैग को अपने पोस्ट में जगह दी। फिर देखते ही देखते आर्यन की गिरफ्तारी का मामला नीचे आ गया और विपक्षी नेताओं में लखीमपुर खीरी जाने की होड़ लग गई। जिसे देखते हुए शासन-प्रशासन के हाथ-पांव फूल गए और धारा 144 लगा दी गई। किसी भी राजनीतिक दलों को वहां जाने की अनुमति नहीं मिली। जिसने भी जाने की कोशिश की उसे गिरफ्तार कर लिया गया या फिर नजरबंद कर दिया गया।

सरकार और किसानों के बीच हुआ था समझौता
गौरतलब है कि लखीमपुर हिंसा में 4 किसानों सहित कुल 9 लोगों की मौत हो गई। सोमवार शाम होते-होते सरकार और किसानों के बीच चौथे दौर की वार्ता में समझौता हो गया। सरकार ने मृतकों के परिवार को 45 लाख रुपए मुआवजा देने का ऐलान किया। वहीं सभी मृतकों के परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी भी दी जाएगी। साथ ही घटना की न्यायिक जांच और 8 दिन में आरोपियों को गिरफ्तार करने का वादा भी किया गया। जिसके बाद किसान शवों का अंतिम संस्कार करने के लिए राजी हो गए।

 

Content Writer

Umakant yadav