श्रावण के अंतिम सोमवार को संगम नगरी हुई शिवमय

punjabkesari.in Monday, Aug 07, 2017 - 05:21 PM (IST)

इलाहाबादः श्रावण मास के पांचवें और अंतिम सोमवार को संगम नगरी में भगवान आशुतोष का जलाभिषेक और पूजा के लिए मंदिरों में श्रद्धालुओं का तड़के से ही तांता लगा रहा। गंगा, यमुना और सरस्वती के पावन संगम तट दशाश्वमेधघाट, रामघाट और झूसी समेत हजारों श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाकर अपने आराध्य महादेव का जलाभिषेक किया।

इस दौरान श्रद्धालु ‘हर हर महादेव’का जयघोष कर रहे थे। बड़ी संख्या में शिवालयों में रुद्राभिषेक भी हुआ। श्रद्धालुओ के हर-हर, बम-बम के जयघोष के साथ संगमनगरी गुंजायमान रही। गंगा स्नान के बाद बडी संख्या में शिव भक्तों का महादेव की पूजा-अर्चना को शिवालयों में सुबह से ही कतार में खड़े अपनी बारी का इंतजार कर रहे थे। श्रद्धालुओं ने बेल पत्र, दूध, गंगाजल, धूप, दीप, अक्षत, माला, फूल, दूर्वा, भांग का अर्चन किया। छोटे बड़े सभी शिवालयों में तड़के से ही पूजन अर्चना का क्रम जारी रहा।

संगम नगरी में ऊं नम: शिवाय तो कहीं महामृत्युंजय मंत्र ऊॅ त्रयम्बकं यजामहे सुगङ्क्षन्ध पुष्टिवर्धनम के जाप से तो कहीं शिव का नाम- शिव आयेंगे तेरे धाम के भजन से गुंजायमान रही। मनकामेश्वर, पांडेश्वरनाथ महावदेव, हाटकेश्वर महादेव, ब्रह्मेश्वर महादेव, सोमेश्वर महादेव, नागवासुकी मंदिर, तक्षकेश्वरनाथ, कोटेश्वर महादेव, कामौरी महादेव, सोमेश्वर महादेव, पंचमुखी महादेव, शिव कचहरी, पीला शिवाला, भोले गिरि महादेव मंदिर,उच्च न्यायालय चौराहा स्थित हनुमान मंदिर, सिविल लाइंस स्थित हनुमत निकेतन आदि मंदिरों में भक्तों का अपने आराध्यदेव महादेव का जलाभिषेक और पूजन-अर्चन करने का तांता लगा रहा।

कांवड़यिों की सुरक्षा के मद्देनजर नगर के अलावा इलाहाबाद से वाराणसी तक हेलीकाप्टर से निगरानी की गई। जिलाधिाकारी संजय कुमार ने हेलीकाप्टर से गंगा में पुष्प छोडे और कांवड़यिों की निगरानी के लिए शहर का भ्रमण किया। इसके साथ ही सावन पूर्णिमा के मौके पर तीर्थराज प्रयाग में गंगा यमुना एवं सरस्वती संगम में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने डुबकी लगाई। स्नान करने के बाद शिवभक्तों ने शिवालयों में भगवान शंकर का जलाभिषेक किया। इस बीच, सावन की पूर्णिमा के दिन रक्षान्धन का त्यौहार आज भद्रा ग्रहण के बीच मनाया गया रक्षाबंधन पर बहनों ने भाई की कलाई में राखी बांधकर उनके चिरायु की कामना की।