मथुरा की लठ्ठमार होली को आराम से बैठकर देखने की सुविधा देना चाहती है योगी सरकार

punjabkesari.in Wednesday, Jul 31, 2019 - 04:20 PM (IST)

मथुराः उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले में बरसाना की विश्वविख्यात लठ्ठमार होली पर यहां आने वाले देशी-विदेशी पर्यटकों को और ज्यादा सुविधा एवं सुरक्षात्मक वातावरण देने का प्रयास करने की कवायद में राज्य सरकार बरसाना की रंगीली गली और आसपास के क्षेत्र की होली देखने के लिए इसे सुविधाजनक स्टेडियम के रूप में तब्दील करना चाहती है।

ब्रज तीर्थ विकास परिषद के प्रस्ताव के अनुसार शासन के निर्देश पर मथुरा नगर निगम एवं जिला शहरी विकास प्राधिकरण के अभियंताओं ने बरसाना पहुंचकर रंगीली गली आदि क्षेत्र की पैमाइश शुरु भी कर दी गई है। जिन क्षेत्रों में लठ्ठमार होली खेली जाती है उनके निजी मकानों को सरकार इस प्रकार से तब्दील करना चाहती है कि पर्यटक वहां समुचित तरीके से बैठ सकें और लठ्ठमार होली का पहले से भी ज्यादा आनन्द ले सकें।

गौरतलब है कि रंगीली गली सहित होली खेले जानी वाली गलियों के अधिकांश भवन कई सदी पुराने हैं जो एक प्रकार से बहुत हद तक जर्जर हो चुके हैं और कभी भी वहां कोई बड़ा हादसा पेश आ सकता है। विशेष तौर पर जब वहां होली के प्रदर्शन के दौरान किसी भी अट्टे, अटारी, छत, दुछत्ती, गलियारे आदि में पांव रखने तक की जगह नहीं मिलती। ऐसे में राज्य सरकार ने पिछले वर्ष से ही बरसाना की होली पर विशेष ध्यान देते हुए पहले 2018 में इस कार्यक्रम को भव्यता प्रदान करते हुए बरसाना को सरकारी तौर पर तीर्थस्थल एवं लठ्ठमार होली को तीन दिवसीय प्रांतीय मेला घोषित कर दिया।

पिछले वर्ष मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ स्वयं लठ्ठमार होली के अवसर पर न केवल स्वयं मौजूद रहे, बल्कि इस अवसर पर आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रमों की झलक पाने के लिए हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को भी शामिल किया। अब होली मेला को भव्य बनाने के लिए निर्माणकार्यों की रूपरेखा तय करने का कार्य शुरु कर दिया गया है। नगर निगम के एई रिजवान अहमद और डूडा विभाग के जेई दशानंद ने सोमवार को नगर पंचायत बरसाना के कर्मचारियों के साथ हाथरस वाली धर्मशाला, टांटिया हवेली के साथ आसपास की दुकान व मकानों की पैमाइश की।

निगम आयुक्त रवीन्द्र कुमार मांदड़ ने बताया, ‘‘सरकार की मंशा के अनुरूप कार्य योजना तैयार कर उसकी रिपोर्ट शासन को भेजी जाएगी और सरकार के निर्णय अनुसार कार्य शुरू करा दिया जाएगा। संभव है आने वाले वर्ष में लोगों को बरसाना की लठ्ठमार होली का एक अलग ही रूप दिखाई देगा।''

गौरतलब है कि अभी तक कई सौ वर्षों से बरसाना में लठ्ठमार होली का आयोजन स्थानीय गोस्वामी समाज के द्वारा पारम्परिक रूप से उसी संकरी गली में होता आ रहा है। जबकि अब इस अवसर पर यहां आने वाले श्रद्धालुओं एवं पर्यटकों की तादाद दिनोंदिन कई गुणा बढ़ती जा रही है।

 

Tamanna Bhardwaj