वकील हत्याकांडः मुख्य आरोपी गिरफ्तार, इंस्पेक्टर निलंबित

punjabkesari.in Wednesday, Jan 08, 2020 - 05:16 PM (IST)

लखनऊः दो लोगों के बीच विवाद सामान्य सी बात है। यह विवाद कब खूनी अंजाम पर उतर जाए अंदाजा लगाना मुश्किल है। ऐसा ही मामला सामने आया है लखनऊ से जहां अधिवक्ताओं के दो गुटों में काफी समय से विवाद चल रहा था। इसी विवाद में 32 वर्ष के अधिवक्ता शिशिर त्रिपाठी की ईंट-पत्थर से कूच-कूच कर हत्या कर दी गई। हत्याकांड से इलाके में सनसनी फैल गई है। वहीं पुलिस ने मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। साथ ही इंस्पेक्टर कृष्णा नगर प्रदीप सिंह को निलंबित कर दिया गया है।

ईंट-पत्थर से पीटकर उतारा मौत के घाट
मामला कोतवाली के दामोदर नगर इलाके का है। जहां अधिवक्ता को ईंट-पत्थर से कूच कर मौत के घाट उतार दिया। मौके पर पहुंची पुलिस ने मृतक के परिजनों द्वारा दी गई तहरीर के आधार पर मोनू तिवारी, अधिवक्ता विनायक ठाकुर समेत 2-3 अज्ञात लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। साथ ही लाश को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। अन्य फरार आरोपियों के खिलाफ तलाश चल रही है।
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पोस्टमार्टम हाउस में बड़ी संख्या में लगा वकीलों का जमावड़ा
पोस्टमार्टम हाउस में बड़ी संख्या में वकीलों का जमावड़ा लग गया है। मौके पर भारी तादाद में पुलिस भी लगाई गई है। लोगों ने हत्यारोपियों को पुलिस संरक्षण का भी आरोप लगाया। सुबह पोस्टमार्टम हाउस के बाहर वकीलों ने पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की, इसके बाद पोस्टमार्टम हाउस के बाहर भारी संख्या में पुलिस, पीएसी और आरएफ तैनात की गई।

इंस्पेक्टर कृष्णा नगर प्रदीप सिंह निलंबित
अधिवक्ता हत्याकांड के बाद लखनऊ में वकीलों का जमकर विरोध सामने आया। मामले में पुलिस पर गंभीर आरोप लगे। जिसके बाद इंस्पेक्टर कृष्णा नगर प्रदीप सिंह को लापरवाही का दोषी मानते हुए एसएसपी लखनऊ ने निलंबित कर दिया है।

DM ने विवेकाधीन कोष से शिशिर के परिजनों को दिए 2 लाख रुपए
वहीं लखनऊ डीएम ने विवेकाधीन कोष से शिशिर के परिजनों को 2 लाख रुपए की आर्थिक सहायता दी है। इसके साथ ही हत्यारों की गिरफ्तारी के लिए टीमें बनाई गई हैं और 24 घंटे में हत्यारोपियों की गिरफ्तारी के निर्देश दिए गए हैं।

बता दें इससे पहले आक्रोशित वकीलों ने शिशिर का शव डीएम ऑफिस में रखा और मुआवज़े और इंसाफ की मांग को लेकर नारेबाजी की। इस दौरान प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया के प्रमुख शिवपाल यादव भी कलेक्ट्रेट पहुंचे। शिशिर के साथी वकीलों ने आरोप लगाया है कि गांजा कारोबारियों के विरोध पर शिशिर की हत्या की गई है।

 


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Tamanna Bhardwaj

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