जानिए, कैसे ''ब्लू व्हेल'' गेम के चंगुल से बाल-बाल बचा काशी का यह युवक

punjabkesari.in Tuesday, Sep 19, 2017 - 06:11 PM (IST)

वाराणसीः इंटरनेट की दुनिया में 'ब्लू व्हेल' ऑनलाइन गेम आज एक ऐसा खौफनाक सच बन चुका है, जिसकी हकीकत समझने तक दुनिया भर में कई नौजवान अपनी जान से हाथ धो बैठे हैं। इसी बीच इस खौफनाक अंजाम को भुगतने से ठीक पहले ही काशी का अभिषेक गेम के चंगुल से बच के निकल गया।

युवक ने बताया गेम का सच
जानकारी के मुताबिक मामला रामनगर इलाके के सूजाबाद गांव का है। जहां के निवासी अभिषेक ने बताया कि लगभग एक माह पूर्व वह अपने एक दोस्त के जन्मदिन पर आइपी मॉल गया था। वहां दोस्तों ने बताया कि इस समय 'ब्लू व्हेल' गेम कोई नहीं खेल पा रहा है। यह सुन उसके मन में इस गेम को खेलने का विचार आया। उसने गेम डाउनलोड किया और बीते 9 सितंबर से खेलना शुरू किया।

टास्क पूरा करने के लिए आते थे फोन 
'ब्लू व्हेल' के शिकार इस युवक ने बताया कि जब उसने गेम डाउनलोड कर इयरफोन लगाया तब एक आवाज आई। जिसमें बताया गया कि सुबह उठकर छत की बाउंड्री पर बैठना है। उसके बाद जैसा जैसा मोबाइल पर कहा जाए करते जाना है। अक्सर रात 12 से सुबह 4 बजे के बीच एक अंजान नंबर से कॉल आती थी। उस पर कहा जाता जो टास्क दिया गया है उसे पूरा करें।

'ब्लू व्हेल' का शिकार होने से एेसे बचा युवक 
इसी दौरान एक दिन अभिषेक की बहन ने देखा कि कमरे में लाइट जल रही है और भाई चाकू से अपने हाथ पर कुछ बना रहा था। प्रीति ने तत्काल घरवालों को इसकी जानकारी दी। जिसके बाद परिजनों ने फौरन उससे मोबाइल छीना। जिसके चलते वह 
'ब्लू व्हेल' का शिकार होने से बच गया।