एड्स पीड़ित महिला को ससुरालियों ने सुनाया बच्चों समेत गांव छोड़ने का फरमान

punjabkesari.in Saturday, Apr 01, 2017 - 05:27 PM (IST)

मेरठः सरधना के सलावा गांव में एड्स पीड़ित महिला और उसके 2 बच्चों को ससुरालियों ने गांव छोड़ने का फरमान सुनाया है। बता दें महिला और पति समेत दोनों बच्चे एड्स से पीड़ित हैं। पीड़िता ने ससुराल पक्ष पर संपत्ति कब्जाने का आरोप लगाया। मामले में सीओ सरधना को शिकायती पत्र दिया गया है, लेकिन उन्होंने जमीनी विवाद बताकर पल्ला झाड़ लिया।

जानिए पूरा मामला
जानकारी के अनुसार हरियाणा निवासी पीड़ित महिला की शादी करीब 5 साल पूर्व सरधना के सलावा गांव में हुई थी। महिला का पति ट्रक ड्राइवर है और उसे शादी के पहले से ही एड्स था। इसके बावजूद बीमारी की बात छिपाकर शादी की गई। कुछ समय बाद महिला का पति बीमार रहने लगा, तो उसने ट्रक छोड़ दिया और गांव में ही टेंपो चलाने लगा। महिला के अनुसार पति लगातार बीमार रहते थे और इस बारे में घरवालों से पूछा तो टीबी बताई गई।
कुछ समय पूर्व उसके हाथ पति के इलाज के कुछ कागजात लगे, जिससे पति को एड्स होने की जानकारी मिली। महिला ने इसके बाद अपना और दोनों बच्चों (बेटे 3 साल और डेढ़ साल) की भी जांच कराई। महिला और उसके दोनों बच्चों को एड्स होने की पुष्टि हुई।

महिला को ससुराल पक्ष संपत्ति मांगने पर दे रहे धमकी 
महिला ने इस बात को लेकर हंगामा किया और ससुराल पक्ष पर जीवन बर्बाद करने का आरोप लगाया। महिला का आरोप है कि उसे ससुरालियों ने गांव छोड़कर जाने का फरमान सुना दिया है। गांव नहीं छोड़ने पर हत्या की धमकी दी जा रही है। न तो उसे इलाज के लिए पैसा दिया जा रहा है और न ही पति से मिलने दिया जा रहा है। उसके पति की संपत्ति को ससुराल पक्ष कब्जाना चाहता है। इस बात की शिकायत पीड़िता ने  सीओ सरधना और सरधना थाने में की।


सीओ सरधना का बेतुका बयान 
एड्स पीड़िता की शिकायत पर पुलिस अधिकारियों का रवैया काफी निराशाजनक रहा। पीड़िता ने अपने शिकायती पत्र में साफ-साफ लिखा है कि उसे जान का खतरा है और गांव छोड़ने का फरमान सुनाया गया है। गांव नहीं छोड़ने की हत्या की धमकी दी जा रही है। इस मामले में सीओ सरधना सीपी सिंह से बात की गई। उन्होंने पूरे मामले से पल्ला झाड़ लिया। कहा कि एक महिला ने मौखिक शिकायत की है और जमीनी विवाद का मामला है। इसलिए महिला को प्रशासनिक अधिकारियों के पास जाने के लिए कहा गया है।

थाना पुलिस ने नहीं की FIR दर्ज
थाना पुलिस और एसएसआई ने महिला की शिकायत मिलने की पुष्टि तो की, लेकिन कोई मुकदमा दर्ज नहीं किया गया। एसएसआई और कार्यवाहक थाना प्रभारी बीएल शाह ने बताया कि महिला की ओर से एक शिकायत मिली है। मामले में जांच के लिए पुलिस टीम को मौके पर भेजा गया था। ससुराल पक्ष को हड़काया गया है और मामले में समझौते के प्रयास किए जा रहे हैं।कोशिश करने वाले चौकी प्रभारी तथा कोतवाल के विरुद्घ जांच शुरू कर दी गई है।