कांग्रेस में नहीं थम रहा पत्र विवाद, UP में जितिन प्रसाद के खिलाफ प्रस्ताव पारित

punjabkesari.in Friday, Aug 28, 2020 - 11:26 AM (IST)

नयी दिल्ली/लखनऊ:  कांग्रेस में व्यापक बदलाव और पूर्णकालिक अध्यक्ष की मांग को लेकर सोनिया गांधी को लिखे गए पत्र से पैदा विवाद अभी थमता नहीं दिख रहा है। इसी कड़ी में उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले की पार्टी इकाई ने कांग्रेस कार्यसमिति (सीडब्ल्यूसी) के विशेष आमंत्रित सदस्य जितिन प्रसाद के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए एक प्रस्ताव पारित कर दिया, जिस पर पार्टी के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है।

सिब्बल ने कहा कि प्रसाद को ‘आधिकारिक तौर पर निशाना बनाया जाना' दुर्भाग्यपूर्ण है तथा कांग्रेस को अपने लोगों के बजाय भाजपा पर ‘सर्जिकल स्ट्राइक' करनी चाहिए। पार्टी प्रवक्ता मनीष तिवारी ने भी सिब्बल की इस बात का परोक्ष रूप से समर्थन किया।

गौरतलब है कि सिब्बल, तिवारी और प्रसाद उन 23 नेताओं में शामिल हैं जिन्होंने कांग्रेस के संगठन में व्यापक बदलाव, सामूहिक नेतृत्व और पूर्णकालिक अध्यक्ष की मांग को लेकर हाल ही में सोनिया गांधी को पत्र लिखा था। इसको लेकर बड़ा विवाद खड़ा हुआ। कांग्रेस कार्य समिति की बैठक में इस पत्र को लेकर हंगामा होने के दो दिन बाद बुधवार को पार्टी की लखीमपुर खीरी इकाई ने बुधवार को एक आपात बैठक बुलाकर प्रसाद के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की मांग करते हुए प्रस्ताव पारित किया। पार्टी के जिलाध्यक्ष प्रह्लाद पटेल ने यह जानकारी दी।

 दरअसल, पत्र को कांग्रेस में कई लोग सोनिया के नेतृत्व को चुनौती के रूप में देख रहे हैं। पटेल के अनुसार प्रस्ताव में कहा गया है, ‘‘उत्तर प्रदेश से पत्र पर केवल पूर्व केन्द्रीय मंत्री जितिन प्रसाद ने हस्ताक्षर किये हैं। उनका पारिवारिक इतिहास गांधी परिवार के खिलाफ रहा है और उनके पिता जितेन्द्र प्रसाद भी सोनिया गांधी के खिलाफ चुनाव लड़े थे। उसके बावजूद सोनिया गांधी ने जितिन प्रसाद को टिकट दिया, उन्हें सांसद और मंत्री बनाया।

Moulshree Tripathi