महिला ने हक पाने के लिए खून से लिखा CM योगी को पत्र, भ्रष्ट अधिकारियों की खोली पोल

punjabkesari.in Tuesday, Dec 19, 2017 - 09:18 AM (IST)

आगरा: अगर कुछ महिलाएं अपने आत्मसम्मान और हक के लिए आवाज उठाती भी हैं तो हमारे देश के कुछ भ्रष्ट सरकारी कर्मचारियों के द्वारा उनकी आवाज को उन्हीं पर उल्टा जुल्म करके दबा दिया जाता है। मामला उत्तर प्रदेश के आगरा जिले का है। जहां परेशानी से जूझ रही एक महिला ने तंग आकर सीएम योगी को खून से पत्र लिख डाला। लेकिन उसके सराहनीय कार्य करने पर भ्रष्ट अधिकारियों ने उसी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवा दी।

एक तरफ जहां ओडीएफ यानी खुले में शौच के खिलाफ पीएम मोदी से लेकर सीएम योगी तक मुहीम चला रहे हैं। ससुराल में शौचालय की मांग करने वाली प्रियंका भारती का नाम देश भर में प्रसिद्ध हो गया। वहीं दूसरी तरफ आगरा में एक महिला को शौचालय की मांग करना इतना महंगा पड़ गया कि प्रशासन ने उसके खिलाफ एफआईआर तक दर्ज करा दी।

महिला ने आधे बने हुए शौचालयों के सामने जाकर धरना प्रदर्शन किया जो बाद में भूख हड़ताल में बदल गया। महिला ने काफी दिनों से शौचालय के नाम पर खुले डले गद्दों को पक्का करने के लिए आए हुए पैसे की मांग की। लेकिन महिला को पैसे के बदले बार -बार परेशान किया जाने लगा। इस सब से परेशान महिला ने सीेएम को खून पत्र लिख डाला।

महिला के लेटर लिखने के बाद प्रशासन हरकत में आया। लेकिन प्रशासन की पोल उस वक्त यहां खुल गई जब एडीएम सिविल सप्लाई ने बताया की 488 शौचालयों की स्वीकृति शासन से मिली है जिनपर काम होना है। महिला ने लेटर में लिखा है कि आगरा में शौचालय को लेकर प्रशासन का रवैया लचर है। महिला ने लेटर के माध्यम से सीएम को बताया है कि आगरा में शासन ने 488 शौचालय स्वीकृत कर दिए हैं। लेकिन जरूरत मंदों को शौचालय नहीं मिला है। अधिकारियों का कहना है कि उनको जो शासन से आदेश मिला है उसको वो पूरा कर रहे हैं।