महोबा: बुंदेलखंड राज्य की मांग को लेकर प्रधानमंत्री को लिखा खून से पत्र

punjabkesari.in Friday, Jun 28, 2019 - 03:58 PM (IST)

महोबाः उत्तर प्रदेश के महोबा में बुंदेलखंड राज्य की मांग को लेकर चल रहे आंदोलन को धार देते हुए बुंदेली समाज के युवाओं ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपने खून से खत लिखा । अलग राज्य की मांग को लेकर यहां आल्हा चौक में शुरू किये गये संघर्ष का एक वर्ष पूरा होने पर बुंदेली समाज ने यह कदम उठाया।

इस मौके पर आंदोलन के प्रणेता बुंदेली समाज के संयोजक और पूर्व पत्रकार तारा पाटकार ने कहा कि आंदोलन में अभी तक चरणबद्ध तरीके से बुंदेली बहनों ने राखियों, एक लाख लोगों ने पोस्टकार्ड, 10 हजार से अधिक व्यक्तियों के हस्ताक्षर युक्त ज्ञापन प्रेषित कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समक्ष अपनी मांग को रखा जा चुका है किंतु सरकार के कानों तक जूं नही रेंगी।

अंधी ओर बहरी सरकार को खून से खत भेज कर बुंदेले एहसास कराना चाहते हैं कि वे अपना अधिकार प्राप्त करने के लिए किसी भी प्रकार के संघर्ष से पीछे हटने वाले नही हैं। हमने एक बार फिर नई ऊर्जा के साथ अपनी लड़ाई जारी रखने की शपथ ली है। हक और हुकूक के लिए बुंदेलों का बलिदान इतिहास में दर्ज है। बुंदेलखंड के पास अपने संसाधनों से विकसित होने की पूरी क्षमता है। उसे तरक्की के रास्ते पर पहुचाने के लिए स्वायत्तता प्रदान किया जाना बेहद जरूरी है।

पाटकार ने कहा कि महोबा वासियो द्वारा बीते 365 दिनों से जारी आंदोलन एक प्रकार से हठ योग की तरह है जो इस क्षेत्र को स्वस्थ व सशक्त बनाने के लिए है। करो और मरो का नारा देते हुए बुंदेलखंड राज्य के लिए अपना शेष जीवन समर्पित करने का एलान करते हुए आंदोलनकारियों ने मांग पूरी होने तक लड़ाई जारी रखने का भी संकल्प लिया। इस आंदोलन ने सूबे में सर्वाधिक समय तक चलने वाले आंदोलन का रिकाडर् भी बना लिया है।

उल्लेखनीय है कि बुंदेलखंड राज्य की मांग को लेकर आंदोलनों का 40 साल पुराना इतिहास है। आंदोलनकारी यहां बुंदेलखंड मुक्ति मोर्चा,बुंदेलखंड विकास मंच, इंसाफ सेना आदि विभिन्न मंचो के माध्यम से अपनी लड़ाई लड़ते रहे है। परंतु राजनीतिक इच्छा शक्ति के अभाव में उनकी आवाज दिल्ली तक नही पहुंच सकी।

हालांकि भाजपा सरकार में सांसद पुष्पेंद्र सिंह चंदेल ने एक बार लोकसभा में मामले को उठाया तो उत्तर प्रदेश की विधान सभा मे भी बीते साल बुंदेलखंड के सभी विधायकों ने एक जुट होकर मुद्दे को गरमाया था। महोबा में बुंदेली समाज के एक साल से चल रहे आंदोलन का परिणाम तो वक्त तय करेगा। किंतु इसने सबसे लंबे समय तक चलने वाले आंदोलन का रिकाडर् बना इस संगठन ने खुद को चर्चा का विषय बना लिया है।

Tamanna Bhardwaj