आजम खां की तरह अब्दुल्ला पर भी मंडरा रहा खतरा, फिर जा सकती है विधायकी

punjabkesari.in Wednesday, Nov 02, 2022 - 10:38 PM (IST)

रामपुर: पूर्व मंत्री मोहम्मद आजम खां की तरह स्वार-टांडा विधायक अब्दुल्ला की विधायकी पर भी खतरा मंडरा रहा है। दो जन्म प्रमाण पत्र, दो पासपोर्ट और दो पैनकार्ड के मामले न्यायालय में विचाराधीन हैं। इन मामलों में षड्यंत्र रचने में 20 साल अथवा आजीवन कारावास की सजा हो सकती है। तमाम मामलों में एमपी-एमएलए कोर्ट में सुनवाई हो रही है। बता दें कि इससे पहले 2019 में अब्दुल्ला की विधायकी एक बार हाईकोर्ट से रद्द भी की जा चुकी है। भड़काऊ भाषण मामले में 27 अक्टूबर 2022 को एमपी-एमएलए कोर्ट पूर्व मंत्री मोहम्मद आजम खां को तीन वर्ष की सजा और छह हजार रुपये जुर्माने की सजा सुना चुका है। इसी तरह आजम के बेटे स्वार-टांडा के विधायक अब्दुल्ला आजम को सजा होने पर उनकी भी विधायकी एक बार फिर जा सकती है।

मुरादाबाद में आजम व अब्दुल्ला ने दर्ज कराए बयान
14 साल पुराने छजलैट प्रकरण के मुख्य आरोपी आजम खान और उनके बेटे अब्दुल्ला आज़म मंगलवार को एमपी-एमएलए कोर्ट में पेश हुए और बयान दर्ज कराए। अब साक्ष्य पेश करने के लिए तीन नवंबर की तारीख तय की गई है। वहीं रामपुर की पूर्व सांसद जयाप्रदा पर अभद्र टिप्पणी के मामले में चार नवंबर को सुनवाई होगी। छजलैट थाना क्षेत्र में 29 जनवरी 2008 को सपा नेता आजम खां की गाड़ी रोक कर पुलिस ने चेकिंग की थी। गाड़ी के शीशों पर लगी काली पन्नी हटाने को लेकर उनका पुलिस से विवाद हो गया था। आजम खां सड़क पर बैठ गए थे और हंगामा किया था। इसकी जानकारी पर आसपास के जिलों से भी सपा नेताओं ने उनके समर्थन में मौके पर पहुंचकर जाम लगा दिया था। मामले में आजम, उनके बेटे अब्दुल्ला आजम समेत नौ सपा नेताओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था।


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Ajay kumar

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