लॉकडाउन: श्रमिकों पर पड़ा रोजी-रोटी का संकट, भूखे-प्यासे साइकिल से निकल पड़े मंजिल की ओर

punjabkesari.in Saturday, Apr 25, 2020 - 02:58 PM (IST)

मेरठ: कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को लेकर देशव्यापी लॉकडाउन घोषित है। जिसने काफी लोगों की रोजी-रोटी को प्रभावित किया है। जब से लॉकडाउन लागू हुआ तभी से काम धंधा ठप होने के कारण मजदूर साइकिल से सैकड़ों किमी का सफर तय कर अपने गंतव्य को लौट रहे हैं। इसी क्रम में बिजनौर में बृहस्पतिवार देर रात भीमकुंड चेतावाला गंगा घाट से गुजरे मुरादाबाद, लखनऊ के दर्जनों निवासी श्रमिक भूखे प्यासे लुधियाना से घर लौट रहे थे। इन मजदूरों से बात की गई तो उन्होंने बताया कि काम बंद होने के कारण घर लौटने के सिवाय कोई उपाय नहीं है। इसलिए सभी लोग साइकिल से ही अपनी मंजिल तय कर रहे हैं।

साइकिल से निकले सैकड़ों मील के सफर पर
बता दें कि लखनऊ व मुरादाबाद जिले के दर्जनों युवक लुधियाना में काम कर रहे थे। लॉकडाउन बढ़ने के बाद मजदूरी करने वाले इन मजदूरों का साहस टूट गया। इनके सामने रोजी-रोटी का ऐसा संकट टूटा कि ये अपने घरों की तरफ साइकिल लेकर सैकड़ों मील का सफर करने के लिए निकल पड़े। बृहस्पतिवार देर रात लगभग 2:00 बजे ऐतिहासिक नगरी के भीमकुंड गंगा घाट पुल पर पहुंचे। उन्होंने बताया कि वह इस पुल से चांदपुर, चांदपुर से गजरौला होते हुए मुरादाबाद और लखनऊ तक पहुंच जाएंगे। तीन दिन और रात में 300 किलोमीटर साइकिल चलाकर वह लोग यहां पहुंचे हैं।

काम बंद होने के कारण रोजी-रोटी का संकट
मुरादाबाद निवासी राजकुमार, वेभव, संजय, विनय, सादाप, हरि सिंह, किशनचंद, रामलाल आदि ने बताया कि उनके साथ कुछ साथी लखनऊ से भी है जो सभी वर्कशॉप में काम कर रहे थे। काम बंद होने के कारण रोजी रोटी का संकट खड़ा होने पर उन्होंने घर लौटने का फैसल किया। परिवार के लोगों को देखे हुए भी लगभग पांच महीने हो गए हैं।

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Umakant yadav