लॉकडाउन: बेटे ने पिता की शव यात्रा में आए रिश्तेदारों को लौटाया, कहा- घर में रहकर कीजिए प्रार्थना

punjabkesari.in Saturday, Mar 28, 2020 - 11:21 AM (IST)

आगरा: कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण की चेन को रोकने के लिए प्रधानमंत्री मोदी द्वारा देश में 21 दिन का लॉकडाउन किया गया है। ऐसे में देशवासी बड़ी सहजता के साथ इसका पालन कर रहे हैं जिसका जीता-जागता उदाहरण उत्तर प्रदेश के जनपद आगरा में देखने को मिला है। यहां लॉकडाउन के बीच एक बुजुर्ग की मौत हो गई। बृहस्पतिवार को उनकी शव यात्रा में शामिल होने के लिए गांव से लेकर रिश्तेदारों की भीड़ जुट गई। जिसके बाद मृतक के पुत्र ने सबको लॉकडाउन का हवाला देकर घर वापस कर दिया और कहा कि आप सब घरों में रहकर उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना कीजिए।

10 लोगों के साथ निकली बुजुर्ग की शव यात्रा
पूरा मामला शाहगंज क्षेत्र के भोगीपुरा का है। यहां रहने वाले 70 वर्षीय प्रभाकर लोधी काफी दिनों से बीमार चल रहे थे। बुधवार रात उनकी मौत हो गई। जानकारी होने पर आस-पड़ोस के लोग मृतक के परिवार को सांत्वना देने के लिए उनके घर पहुंच गए। मृतक के बेटे मुकेश कुमार ने लॉकडाउन का हवाला देकर पड़ोसियों को अपने-अपने घर जाने को कह दिया। जिसके बाद परिवार के 10 सदस्यों के साथ बुजुर्ग की शव यात्रा निकाली गई। शव यात्रा में शामिल ज्यादातर लोग मास्क लगाकर शामिल हुए। जिसके बाद ताजगंज के शमशान घाट पर मुकेश ने पिता की चिता को मुखाग्नि दी। साथ ही लोगों को कोरोना वायरस के प्रति जागरूकता का संदेश दिया।

कोरोना से लड़ना है तो भीड़ का संयम रखना बहुत जरूरी
मृतक के बेटे के अनुसार पिता के निधन की जानकारी होने पर रिश्तेदार और उनके शुभचिंतक आए थे। लेकिन हमारा देश आज कोरोना जैसी घातक महामारी से लड़ रहा है। ऐसे में सामाजिक दूरी की अपील को ध्यान में रखते हुए सभी को घर जाने को कह दिया। कोरोना वयरस से लड़ना है तो भीड़ का संयम रखना बहुत जरूरी है। यह उन लोगों के लिए एक संदेश हो जो भीड़ में एकत्रित होकर देश को कोरोना की चपेट में झोंक रहे हैं। 

Ajay kumar