लॉकडाउन: डिप्रेशन में पहुंचे मजदूर ने लगाई फांसी, पुलिस की मुस्तैदी से बची जान

punjabkesari.in Wednesday, May 13, 2020 - 10:20 AM (IST)

गोरखपुर: लॉकडाउन की वजह से मजदूर और गरीब वर्गों की न केवल रोजी रोटी छिन गई है बल्कि उन्हें डिप्रेशन में भी पहुंचा दिया है। जिसकी वजह से मजदूर अब आत्महत्या तक करने को मजबूर हो गए हैं। जी, हां ऐसा ही एक मामला गोरखपुर में देखने को मिला है। जहां पूना से आ रहे मजदूर ने नौसढ़ में एक छत के ऊपर चढ़कर फाँसी लगाने का प्रयास किया। हालांकि पुलिस की मुस्तैदी से उसे बचा लिया गया। 


25 वर्षीय युवक का नाम दीपू पटेल पुत्र अमेरिका पटेल है। जो चैनपुर, छितौनी, गांव के जिला सिवान बिहार का रहने वाला है। युवक पूना (महाराष्ट्र) में रहकर मजदूरी का काम करता है जो बुधवार को सुबह रोडवेज बस से नौसढ़ चौराहे पर पहुंचा था। यहां बस स्टैंड के सामने रामचन्दर गुप्ता का मकान है। युवक चुपके से तीसरी मंजिल पर चढ़ गया और छत की रेलिंग में गमछा बांधकर गले में लगा लिया और रेलिंग से नीचे लटकने का प्रयास करने लगा। इस घटना को देखकर चौराहे पर काफी भीड़ जमा हो गई। नौसढ़ चौकी पास होने के नाते नौसढ़ चौकी के एसआई भूपेंद्र तिवारी, कॉन्स्टेबल वीरेन्द्र कुमार व कॉन्स्टेबल रामजीत चौधरी ने तत्परता के साथ मौके पर पहुंचकर युवक को समझा बुझाकर उतारने का प्रयास करने लगे। लेकिन युवक उनकी बात को मान ही नहीं रहा था। फिर नौसढ़ चौकी की पुलिस ने बगल के राजेन्द्र गुप्ता के मकान के सहारे युवक के पास पहुँचकर किसी तरह बहला फुसलाकर कर युवक को नीचे उतारा। युवक के नीचे उतरने के बाद पुलिस ने राहत का सांस लिया। नौसढ़ पुलिस की इस सूझबूझ से युवक को छत से नीचे उतारने की घटना को लोग काफी सराहनीय बता रहे हैं।

युवक पूना में बिल्डिंग का काम करता था और बता रहा था कि कुछ लोग इसके पीछे पड़े थे इसलिए वह छत पर चढ़ गया लेकिन गमछा बांध कर लटकने की घटना से सभी लोग आश्चर्य चकित हंै।

Ajay kumar