Lok sabha Election 2024: एक नजर झांसी लोकसभा सीट पर, इस बार किसका होगा झांसी के किले पर राज ?

punjabkesari.in Thursday, Apr 04, 2024 - 06:44 PM (IST)

Lok sabha Election 2024: उत्तर प्रदेश की 80 सीटों में एक झांसी लोकसभा सीट है यह सीट बुंदेलखंड बेल्ट में आती है। इस सीट पर बीजेपी से उमा भारती भी जीत चुकी हैं। यहां से सांसद रहने के बाद ही उमा भारती ने राजनीति से सन्यास ले लिया था। अगर बात इस सीट के इतिहास की करें, तो यहां पहली बार साल 1952 में चुनाव हुए थे। पहला चुनाव में कांग्रेस के रघुनाथ विनायक धुलेकर ने जीत दर्ज की थी। इसके बाद साल 1957, 1962, 1967 और 1971 तक लगातार कांग्रेस का इस सीट पर कब्जा रहा था। लेकिन कांग्रेस से इस सीट पर जीत की हैट्रिक लगाने वाली सुशीला नायर साल 1977 के चुनाव में पाला बदलकर जनता पार्टी से चुनाव लड़ी थी। इस चुनाव में सुशीला नायर ने कांग्रेस को यहां पराजित किया था। लेकिन साल 1980 में विश्वनाथ शर्मा और 1984 के चुनाव में सुजान सिंह बुंदेला की जीत से यहां कांग्रेस ने फिर से वापसी की थी।

साल 1989 के चुनाव में इस सीट पर बीजेपी ने पहली बार जीत दर्ज की थी और उसके बाद बीजेपी का इस सीट पर लगातार चार चुनात तक कब्जा रहा। यहां बीजेपी से लगातार साल 1989 के बाद 1991, 1996 और 1998 का चुनाव राजेंद्र अग्निहोत्री जीते। लंबे अंतराल के बाद फिर कांग्रेस ने साल 1999 में इस सीट पर वापसी की और सुजान सिंह बुंदेला सांसद बने। लेकिन साल 2004 में चंद्रपाल सिंह यादव ने सपा को जीत दिलाकर यहां पर पहली बार पार्टी का खाता खोला था। मगर फिर साल 2009 में कांग्रेस ने इस सीट पर जीत हासिल की और प्रदीप जैन आदित्य सांसद चुने गए थे। हालांकि पिछले दो चुनाव से यहां पर बीजेपी का कब्जा है। साल 2014 की मोदी लहर में इस सीट पर उमा भारती जीती थीं। उसके बाद साल 2019 के पिछले चुनाव में अनुराग शर्मा बीजेपी से सांसद चुने गए थे।

लोकसभा सीट के तहत पांच विधानसभा

आपको बता दें कि झांसी लोकसभा सीट के तहत पांच विधानसभा सीटें आती हैं। इनमें झांसी जिले की बबीना, झांसी नगर और मऊरानीपुर सुरक्षित है, जबकि ललितपुर जिले की महरौनी सुरक्षित और ललितपुर शामिल है।

एक नजर 2019 में हुए लोकसभा चुनाव के आंकड़ों पर

अगर बात मतदाताओं की करें, तो झांसी लोकसभा सीट पर कुल 20 लाख 15 हजार 365 वोटर हैं। जिनमें पुरूष मतदाताओं की संख्या 10 लाख 66 हजार 673 है। जबकि महिला वोटरों की संख्या 9 लाख 48 हजार 589 है। वहीं ट्रांसजेंडर वोटर 103 शामिल है। 

एक नजर 2019 लोकसभा चुनाव के नतीजों पर

झांसी सीट पर साल 2019 के पिछले लोकसभा चुनाव पर नज़र डालें, तो इस सीट पर बीजेपी ने जीत दर्ज की थी। बीजेपी के अनुराग शर्मा ने सपा के श्याम सुंदर यादव को साढ़े तीन लाख से अधिक वोटों के अंतर से हराया था। अनुराग शर्मा को कुल 8 लाख 9 हजार 272 वोट मिले थे, जबकि श्याम सुंदर यादव को 4 लाख 43 हजार 589 वोट मिले थे। वहीं तीसरे नंबर पर कांग्रेस के शिवशरण कुशवाह रहे थे। कुशवाह को केवल 86 हजार 139 वोट पड़े थे।

एक नजर साल 2014 के लोकसभा चुनाव के नतीजों पर 

झांसी लोकसभा सीट पर साल 2014 में हुए चुनाव पर नज़र डालें, तो इस सीट पर बीजेपी की साध्वी उमा भारती ने जीत हासिल की थी। उमा भारती ने सपा के चंद्रपाल सिंह यादव को करीब दो लाख वोंटो से हराया था उमा भारती को कुल 5 लाख 75 हजार 889 वोट मिले थे। जबकि सपा के चंद्रपाल सिंह को 3 लाख 85 हजार 422 वोट मिले थे वहीं तीसरे नंबर पर बसपा की अनुराधा शर्मा थी। अनुराधा को कुल 2 लाख 13 हजार 792 वोट मिले थे। 

एक नजर साल 2009 के लोकसभा चुनाव नतीजों पर

अगर बात साल 2009 के लोकसभा चुनाव की करें, तो इस सीट पर कांग्रेस के प्रदीप जैन ने बसपा के रमेश कुमार शर्मा को हराया था। प्रदीप जैन को कुल 2 लाख 52 हजार 712 वोट मिले थे। जबकि बसपा के रमेश कुमार शर्मा को 2 लाख 5 हजार 42 वोट मिले थे। वहीं तीसरे नंबर पर समाजवादी पार्टी के चंद्रपाल सिंह यादव थे। चंद्रपाल यादव को 1 लाख 32 हजार 76 वोट मिले थे।

एक नजर साल 2004 के लोकसभा चुनाव नतीजों पर

अगर बात साल 2004 के चुनाव की करें, तो झांसी लोकसभा सीट पर सपा के चंद्रपाल सिंह यादव जीते थे। यादव ने बसपा के बाबू लाल कुशवाहा को नजदीकी मुकाबले में हराया था। चंद्रपाल सिंह यादव को कुल 2 लाख 38 हजार 782 वोट मिले थे, जबकि बसपा के बाबू लाल कुशवाहा को 2 लाख 12 हजार 483 वोट मिले थे। वहीं तीसरे नंबर पर बीजेपी के राजेंद्र अग्निहोत्री थे। राजेंद्र अग्निहोत्री को कुल 2 लाख 6 हजार 591 वोट मिले थे।

झांसी लोकसभा उत्तर प्रदेश की सीट नंबर- 46 है, आजादी के बाद शुरुआती पांच चुनाव में इस सीट पर कांग्रेस का कब्जा रहा था। इसलिए इसे कांग्रेस का मजबूत किला कहा जाता रहा। बता दें कि अब तक कुल 17 चुनाव इस सीट पर हुए हैं, जिनमें कांग्रेस ने 9 बार जीत दर्ज करने का कारनामा अंजाम दिया है, जबकि छह बार बीजेपी इस सीट पर चुनाव जीत चुकी है। जनता पार्टी और सपा यहां पर 1-1 बार अपना सांसद बनाने में कामयाब रही है। हालांकि पिछले दो चुनाव यानी एक दशक से बीजेपी झांसी की सीट पर काबिज है। पिछले चुनाव में यहां बड़ें अंतर से कमल खिला था। झांसी सीट ब्राह्मण, यादव और दलित बहुल है। हालांकि ठाकुर, मुस्लिम, बनिया और ओबीसी मतदाता की संख्या भी यहां पर अच्छी खासी है। मोदी लहर में सवर्ण और ओबीसी वोटों के दम पर बीजेपी इस सीट पर दो बार से चुनाव जीत रही है।

आम चुनाव 2024 की चुनावी जंग में झांसी सीट पर कांग्रेस अपने प्रत्याशी का ऐलान कर चुकी है। कांग्रेस ने अपने पूर्व सांसद प्रदीप जैन आदित्य पर फिर से भरोसा जताया है। जबकि सत्तारूढ़ बीजेपी ने अभी अपने पत्ते नहीं खोले हैं। हालांकि उम्मीद जताई जा रही है कि बीजेपी वर्तमान सांसद को ही फिर से अपना प्रत्याशी झांसी सीट से बना सकती है। वहीं बसपा प्रत्याशी भी अभी मैदान में नहीं उतरा है। वैसे संभावना है कि बसपा से यहां पर किसी मजबूत ओबीसी चेहरे को ला सकती है। ऐसे में यहां पर मुकाबला त्रिकोणीय होने की उम्मीद है। इस बार मजबूत चेहरों के मैदान में आने से झांसी सीट पर चुनावी लड़ाई में कुछ भी उलटफेर हो सकता है।


 

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Imran