UP में अंतिम चरण में 56.64% हुई वोटिंग, महाराजगंज में तेज तो बलिया में धीमी रही मतदान की रफ्तार

punjabkesari.in Monday, May 20, 2019 - 11:19 AM (IST)

लखनऊः लोकसभा चुनाव के सातवें और आखिरी चरण में उत्तर प्रदेश की 13 सीटों पर 56.84% प्रतिशत वोटिंग के साथ 2019 की चुनावी जंग खत्म हो गई। सातवें चरण में वाराणसी, चंदौली, बलिया, घोसी, मिर्जापुर, गोरखपुर, कुशीनगर, देवरिया, गाजीपुर, सलेमपुर, बांसगांव, महराजगंज और रॉबर्टसगंज में मतदान हुआ। अंतिम चरण में 56.84% वोटिंग हुई है, जो पिछले आम चुनाव की तुलना में करीब दो फीसदी अधिक है।

जानकारी के मुताबिक, महाराजगंज में 62.40%, गोरखपुर में 57.38%, कुशीनगर में 56.24%, देवरिया में 56.02%, बांसगांव में 55.00%, घोसी में 56.90%, सलेमपुर में 54.60%, बलिया में 52.50%, गाजीपुर में 58.10%, चंदौली में 57.26%, वाराणसी में 58.05%, मिर्जापुर में 60.20%, रॉबर्ट्सगंज में 54.29% वोटिंग हुई है। जिसकेे अनुसार महाराजगंज में सर्वाधिक और बलिया में सबसे कम मतदान हुआ। अब 23 मई को मतों की गिनती में राजनीतिक दलों का दम नजर आएगा, जिसका हर किसी को बेसब्री से इंतजार है। लोगों के जेहन में यह सवाल बार-बार उठ रहा हैं कि क्या इस बार फिर नरेंद्र मोदी पीएम बनेंगे या फिर सत्ता पर कोई और काबिज होगा। 

इन दिग्गजों की प्रतिष्ठा लगी दाव पर
बता दें कि, इस चरण में कुल 167 प्रत्याशी मैदान में थे। सबसे ज्यादा 26 प्रत्याशी वाराणसी में ताल ठोंक रहे थे। 7वें चरण में प्रधानमंत्री मोदी के अलावा केंद्रीय मंत्री मनोज सिन्हा (गाजीपुर), अनुप्रिया पटेल (मिर्जापुर), प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष महेंद्र नाथ पांडेय (चंदौली), पूर्व केंद्रीय गृह राज्यमंत्री आरपीएन सिंह (कुशीनगर) जैसी सियासी हस्तियों का भाग्य तय होगा। सबकी निगाहें प्रधानमंत्री मोदी के संसदीय निर्वाचन और उम्मीदवारी वाले क्षेत्र वाराणसी पर लगी हैं। पिछले लोकसभा चुनाव में बीजेपी के पक्ष में चली लहर का केंद्र बने मोदी ने करीब 3 लाख 72 हजार मतों से यह सीट जीती थी। इस बार भी उनकी जीत सुनिश्चित मान रही बीजेपी के सामने मोदी को पिछली दफा के मुकाबले अधिक मतों से जिताने की चुनौती है।

वैसे तो बीजेपी ने गोरखपुर सीट पर भोजपुरी अभिनेता रवि किशन को मैदान में उतारा है, मगर इसे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्रतिष्ठा से जोड़कर देखा जा रहा है। योगी यहां से 5 बार सांसद चुने जा चुके हैं। हालांकि, पिछले साल इस सीट पर हुए उपचुनाव में बीजेपी को सपा के हाथों पराजय का सामना करना पड़ा था। लिहाजा इस बार यह सीट जीतना बीजेपी के लिए प्रतिष्ठा का सवाल है। केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल मिर्जापुर से दोबारा संसद पहुंचने की उम्मीद लगाए हैं।

7वें चरण में बीजेपी 11 सीटों पर जबकि उसका सहयोगी अपना दल-सोनेलाल मिर्जापुर और रॉबर्ट्सगंज सीटों पर चुनाव लड़ रहा है। पिछले लोकसभा चुनाव में 7वें चरण की सभी 13 सीटों पर बीजेपी और उसके सहयोगी ने ही जीत दर्ज की थी। इस चरण का मतदान महागठबंधन कर चुनाव लड़ रहे सपा के 8 और बसपा के 5 प्रत्याशियों के भाग्य का भी फैसला करेगा। पिछले लोकसभा चुनाव में लगभग धराशायी हो चुके सपा और बसपा का इस दफा गठबंधन बन जाने से वह बीजेपी के लिए एक चुनौती के तौर पर उभरता दिख रहा है।

Deepika Rajput