लोकसभा चुनाव: सोशल मीडिया बनेगा UP में कमल खिलाने का मुख्य हथियार

punjabkesari.in Sunday, Jul 08, 2018 - 11:49 AM (IST)

लखनऊः भाजपा का दावा है कि उत्तर प्रदेश के 30 फीसदी हिस्से में समाचार पत्रों और अन्य प्रचार माध्यमों की पहुंच नहीं होने के बावजूद इंटरनेट और मोबाइल फोन के जरिए पार्टी न सिर्फ अपनी पकड़ मजबूत करेगी बल्कि 2014 के चुनाव से भी ज्यादा सफलता आगामी लोकसभा चुनाव में हासिल करेगी। पार्टी सूत्रों ने बताया कि भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने हाल ही में सम्पन्न अपने 2 दिवसीय दौरे में पार्टी में नई ऊर्जा का संचार किया है। 

पार्टी कार्यकर्ताओं को जीत का मंत्र देते हुए उन्होंने कहा कि समूचे प्रदेश में सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं और उपलब्धियों का प्रचार प्रसार करने में सोशल मीडिया उपयुक्त साधन बन सकता है। भाजपा के कार्यक्रमों को दूरदराज के इलाकों विशेषकर ऐसे इलाके जहां समाचार तक पहुंचाने के लिए 5 तकनीकी विशेषज्ञों की नियुक्ति की जाए। हर एक विशेषज्ञ के पास 47 हजार बूथ तक प्रचार प्रसार का जिम्मा हो।  

सूत्रों के अनुसार शाह ने कैराना,गोरखपुर और फूलपुर उपचुनाव की हार को नजरअंदाज करने की कार्यकर्ताओं को नसीहत देते हुए पूरे आत्मविश्वास के साथ लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुटने का आवाहन किया। चार और पांच जुलाई को अपने दो दिनों के दौरे में शाह ने सूबे की 80 में से 74 सीटों पर विजय हासिल करने का लक्ष्य निर्धारित किया।  

उन्होंने बताया कि मिर्जापुर और आगरा में पार्टी अध्यक्ष राज्य के सभी छह क्षेत्रों के नेताओं से मिले और उन्हे निर्देश दिए कि सभी 46 प्रकोष्ठों, 17 विभाग और 9 मोर्चो का जुलाई के अंत तक जिला स्तर पर गठन किया जाए। राज्य महासचिव और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के प्रभारी विजय बहादुर पाठक ने शनिवार को बताया कि श्री शाह लोकसभा चुनाव को लेकर संठनात्मक तैयारियों से संतुष्ट दिखाई पड़े। 

सूत्रों के अनुसार भाजपा सितंबर अथवा अक्टूबर तक लोकसभा चुनाव का अभियान शुरू करेगी। पार्टी आलाकमान की मंशा है कि समूचा पार्टी संगठन जमीनी स्तर से चुनावी तैयारियों में जुट जाए। 

Ruby