Loksabha Election 2019: एक नजर मछलीशहर लोकसभा सीट पर

punjabkesari.in Saturday, May 11, 2019 - 06:02 PM (IST)

मछलीशहरः मछलीशहर लोकसभा सीट उत्तर प्रदेश की 80 लोकसभा सीटों में से एक लोकसभा सीट है। आपको बता दें कि जौनपुर जिले में शामिल मछलीशहर को तहसील का दर्जा प्राप्त है और ये शहर व्यापार के लिहाज से प्रदेश का सबसे अहम शहर है। अगर बात मछलीशहर लोकसभा सीट के राजनीतिक इतिहास की करें तो इस सीट पर पहली बार चुनाव साल 1962 में हुआ। जिसमें कांग्रेस के गणपत राम ने जीत दर्ज की। वहीं 1962 से लेकर 1971 तक हुए चुनाव में कांग्रेस ने इस सीट पर लगातार तीन बार सीट हासिल की, लेकिन भारतीय लोकदल के राजकेसर सिंह ने जीत हासिल कर कांग्रेस को रोका और फिर 1980 में हुए चुनाव में जनता पार्टी के शरण वर्मा ने अपना परचम लहराया तो 1984 में एक बार फिर कांग्रेस ने वापसी की।



वहीं1989 और 1991 में शिव शरण शर्मा ने जनता दल को लगातार दो बार जीत दिलाई जबकि1996 में राम विलास वेदांती और 1998 में चिन्मयानन्द भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर चुनाव जीतकर लोकसभा पहुंचे। मगर 1999 में हुए चुनाव में इस सीट पर पहली बार सपा ने जीत हासिल की और सपा के चंद्र नाथ सिंह ने बीजेपी के रामविलास वेदांती को हराया। वहीं 2004 में बसपा के उमाकांत यादव ने इस सीट पर अपना कब्जा जमाया तो 2009 में समाजवादी पार्टी के तूफानी सरोज ने बसपा से 2004 में मिली हार का बदला ले लिया लेकिन साल 2014 में मोदी लहर में यहां से भारतीय जनता पार्टी के राम चरित्र निषाद सांसद चुने गए।



मछलीशहर लोकसभा सीट के अंतर्गत 5 विधानसभा सीटें मछलीशहर, केराकत, मरियाहू, जाफराबाद  और पिंडरा आती हैं।



जिसमें  मछलीशहर, केराकत, मरियाहू और जाफराबाद जौनपुर जिले में शामिल हैं, जबकि पिंडरा विधानसभा सीट वाराणसी जिले में आती है।



इस बार होने वाले लोकसभा चुनाव में मछलीशहर में कुल मतदाताओं की संख्या 17 लाख 89 हजार 566 है। कुल मतदाताओं में पुरुष मतदाताओं की संख्या 09 लाख 53 हजार 594, महिला मतदाताओं की संख्या 8 लाख 35 हजार889  और ट्रांस जेंडर के कुल 83 मतदाता शामिल हैं।



अब एक नजर पिछले लोकसभा चुनाव के नतीजों पर डालें तो साल 2014 में इस सीट पर बीजेपी के राम चरित्र निषाद ने 4 लाख 38 हजार 210 वोटों के साथ अपना परचम लहराया था जबकि बसपा के भोलानाथ 2 लाख 66 हजार 55 वोट के साथ दूसरे स्थान पर रहे थे। वहीं सपा तूफानी 1 लाख 91 हजार 387 वोटों के साथ तीसरे स्थान पर रहे थे।



साल 2009 में हुए लोकसभा चुनाव पर नजर डालें तो सपा के तूफानी सरोज ने 2 लाख 23 हजार 152 वोटों के साथ जीत हासिल की थी। वहीं बसपा के कमल कांत गौतम 1 लाख 98 हजार 846 वोटों के साथ दूसरे स्थान पर रहे जबकि बीजेपी के विद्यासागर सोनकर को 1 लाख 46 हजार 31 वोटों के साथ तीसरे स्थान पर संतोष करना पड़ा था।



वहीं साल 2004 में हुए लोकसभा चुनाव पर नजर डालें तो बसपा के उमाकांत यादव ने जीत हासिल की और उन्हें 2 लाख 37 हजार 438 वोट मिले वहीं सपा के चंद्र नाथ सिंह 1 लाख 82 हजार 56 वोटों के साथ दूसरे स्थान पर रहे,जबकि बीजेपी के केशरीनाथ त्रिपाठी तीसरे स्थान पर और उन्हें 1 लाख 70 हजार 939 वोट मिले।

Ruby