Loksabha Election 2019: एक नजर अकबरपुर लोकसभा सीट पर

punjabkesari.in Saturday, Apr 27, 2019 - 06:03 PM (IST)

अकबरपुर; उत्तर प्रदेश की 80 लोकसभा सीटों में से एक है अकबरपुर लोकसभा सीट। कानपुर देहात लोकसभा सीट को अकबरपुर के नाम से जाना जाता है। यह लोकसभा सीट 2009 में वजूद में आई है। इससे पहले यह सीट बिल्लौर लोकसभा सीट के तहत आती थी। इस जिले की विधानसभा सीटें इटावा, कन्नौज, जालौन और कानपुर नगर के संसदीय क्षेत्रों में शामिल हैं। इस सीट को पहले बिल्लौर संसदीय क्षेत्र के रूप में जाना जाता था, लेकिन 2009 में नई परीसीमन के बाद अकबर पुर लोकसभा क्षेत्र अस्तित्व में आया। 2009 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के राजाराम पाल यहां से जीत कर संसद पहुंचे, लेकिन 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी के देवेंद्र सिंह ने कांग्रेस से ये सीट छीन ली।



अकबरपुर सीट का इतिहास
अकबरपुर सीट 2009 से पहले बिल्हौर संसदीय सीट के रूप में जानी जाती थी। बिल्हौर सीट पर 1957 से 1971 तक कांग्रेस का कब्जा रहा, लेकिन 1977 में भारतीय लोकदल के रामगोपाल सिंह यादव ने यहां से चुनाव जीता। 1980 में कांग्रेस के राम नारायण त्रिपाठी और 1984 में कांग्रेस ने जगदीश अवस्थी ने इस सीट से जीत हासिल की। कांग्रेस से बगावत करने के बाद 1989 में अरूण नेहरू को जनता दल ने यहां से चुनाव लड़ाया। अरूण ने ये चुनाव जीता। इसके बाद 1991 में बीजेपी के श्याम बिहारी मिश्र 1999 तक लगातार यहां से सांसद रहे। 2004 के चुनाव में बसपा के राजा रामपाल चुनाव जीते, लेकिन 2007 में उन्होने कांग्रेस पार्टी का हाथ थाम लिया। इसके बाद 2007 में हुए उपचुनाव में बसपा के अनुज शुक्ला वारसी सांसद बने। इसके बाद ये सीट अकबरपुर लोकसभा सीट बन गई। 



लोकसभा सीट के तहत कुल 5 विधानसभा सीटें
अकबर लोकसभा सीट के तहत कुल पांच विधानसभा सीटें आती हैं। इनमें अकबरपुर रानिया, बिठूर, कल्याणपुर, महाराजापुर और घाटमपुर विधानसभा सीटें शामिल हैं। पांच सीटें कानपुर देहात जिले में आती हैं। जिनमें से घाटमपुर सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है। मौजूदा समय में पांचों सीटों पर बीजेपी का कब्जा है। 2017 के विधानसभा चुनाव में इनमें से सभी सीटों पर बीजेपी का कब्जा है। सपा ,बसपा ने बीजेपी को टक्कर तो दी, लेकिन कही भी जीत हासिल नहीं कर सके।



कुल मतदाताओं की संख्या
बात करें मतदाताओं कि तो अकबरपुर लोकसभा सीट पर कुल 17 लाख 30 हज़ार 947 वोटर अपने मत का प्रयोग करेंगे। जिनमें पुरूष मतदाताओं की संख्या 9 लाख 44 हज़ार 240 है। जबकि महिला वोटरों की संख्या 7 लाख 86 हज़ार 590 है। वहीं ट्रांस जेंडर वोटरों की संख्या 117 है।



2014 में बीजेपी ने जीत हासिल की
झांसी लोकसभा सीट पर 2014 में बीजेपी के देवेंद्र सिंह ने बसपा के अनिल शुक्ला वारसी को हराया। देवेंद्र सिंह को कुल 4 लाख 81 हज़ार 584 वोट मिले थे, जबकि बसपा के अनिल शुक्ला वारसी को कुल 2 लाख 2 हज़ार 587 वोट मिले। वहीं तीसरे नंबर पर सपा के लाल सिंह तोमर रहे। लाल सिंह तोमर को 1 लाख 47 हज़ार 2 वोट मिले थे।



एक नजर 2009 लोकसभा चुनाव के नतीजे पर
परिसीमन के बाद बिल्लौर से अकबरपुर लोकसभा सीट बनने के बाद पहली बार यहां हुए चुनाव में कांग्रेस के राजाराम पाल ने इस सीट से चुनाव जीता। रामराम ने बसपा के अनिल शुक्ला वारसी को चुनाव हराया। राजारामपाल को कुल 1 लाख 92 हज़ार 549 वोट मिले थे जबकि दूसरे नंबर पर रहे बसपा के अनिल शुक्ला को 1 लाख 60 हज़ार 506 वोट मिले थे। वहीं तीसरे नंबर पर बीजेपी के अरूण कुमार तिवारी रहे। अरूण कुमार को कुल 1 लाख 36 हज़ार 907 वोट मिले थे।



2004 में बीजेपी ने जीत का परचम लहराया
2004 के लोकसभा चुनाव में इस सीट पर बीजेपी के भानू प्रताप सिंह ने सपा के घनश्याम अनुरागी को चुनाव हराया था। 2004 में भानू प्रताप को कुल 1 लाख 95 हज़ार 228 वोट मिले थे जबकि सपा के घनश्याम अनुरागी को कुल 1 लाख 68 हज़ार 437 वोट मिले थे तीसरे नंबर पर बसपा के बृजलाल खाबरी रहे। खाबरी को कुल 1 लाख 57 हज़ार 559 वोट मिले। 

 

 

Ruby