Loksabha Election 2019: एक नजर राबर्टसगंज लोकसभा सीट पर

punjabkesari.in Saturday, May 18, 2019 - 06:13 PM (IST)

राबर्टसगंजः राबर्टसगंज लोकसभा सीट 17 सुरक्षित सीटों में एक सीट है और जिला सोनभद्र का मुख्यालय है। सोनभद्र के अंतर्गत आने वाला यह सीट पर्यटन और राजनैतिक दोनों लिहाज से काफी खूबसूरत है। इस जिले में रिहंद डैम , ओबरा जलताप विद्दुत गृह, ज्वाला देवी शक्ति पीठ समेत कई खूबसूरत जगहें है। साथ ही मशहूर उन्यास चंद्रकांता का नौगढ़ और विजयगढ़ किला भी इसी जिले के अंतर्गत आता है। सोनभद्र पहले मिर्जापुर जिले में ही आता था, लेकिन बाद में इस क्षेत्र के विकास के लिए मिर्जापुर से अलग कर नया जिला बनाया गया। साथ ही यह जगह विंध्य और कैमूर की पहाड़ियों के बीच बसा है और यहां कई सारे खूबसूरत झरने और डैम, सोढ़रीगढ़ का किला, वीर लोरिक का पत्थर, सलखन जीवाश्म पार्क, नगवा बांध, लखनिया दरी और रिहंद बांध घूमने की जगहे हैं।



इसके आलावां इस सोनभद्र जिले में ताप विद्दुत संयंत्र की कई सारी परियोजनाएं मौजूद हैं। जिनमें ओबरा थर्मल पावर प्लांट, रेनूकुट, अनपरा, रेणुसागर समेत कई दूसरी जगहों पर विद्दुत परियोजनाएं मौजूद हैं। बात करें इस सीट के राजनैतिक इतिहास कि तो यह सीट 1962 में अस्तित्व में आया और पहली बार यहां हुए चुनाव में कांग्रेस के राम सरूप चुनाव जीते। राम सरूप ने 1967 और 1971 का चुनाव भी जीता, लेकिन 1974 में लगे इमरजेंसी के बाद 1977 में हुए चुनाव में भारतीय लोकदल के शिवसंपत चुनाव जीते। 1980 में हुए लोकसभा के चुनाव में कांग्रेस ने वापसी कि और रामप्यारे पनिका सांसद बने। 1984 के चुनाव में भी रामप्यारे पनिका ही सांसद बने। 1989 के चुनाव में यहां बीजेपी का खाता खुला और सुबेदार यहां से बीजेपी के सांसद बने। 1991 के चुनाव में जनता दल के राम निहोरे यहां से सांसद बने। 1996 के चुनाव में बीजेपी के रामशकल यहां से चुनाव जीत कर संसद पहुंचे, 1998 और 1999 के चुनाव में रामशकल यहां से चुनाव जीते। 2004 में हुए चुनाव में यहां बसपा का खाता खुला और लालचंद्र सांसद बने। 2009 के  चुनाव में समाजवादी पार्टी का खाता खुला और पकौड़ी लाल यहां से सांसद बने। 2014 के चुनाव में बीजेपी के छोटेलाल खरवार यहां से सांसद बने। 2019 में होने वाले चुनाव में बीजेपी और अपना दल के बीच गठबंधन के तहत यह सीट अपना दल के पास है और अपना दल से पकौड़ी लाल कोल प्रत्याशी है। समाजवादी पार्टी ने भाईलाल कोल को अपना प्रत्याशी बनाया है। वहीं कांग्रेस से भगवती प्रसाद चौधरी चुनाव लड़ रहे हैं।



राबर्ट्सगंज लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत 5 विधानसभा सीटें शामिल है। जिनमें 4 सीटें सोनभद्र और 1 सीट चंदौली जिले से ली गई है। सोनभद्र जिले से ली गई सीटें घोरावल, राबर्टसगंज, ओबरा और दुद्धी हैं। चंदौली जिले से ली गई सीट चकिया है।



2017 के विधानसभा चुनाव में 4 सीटों पर बीजेपी का कब्जा है। दुद्धी सीट पर बीजेपी गठबंधन अपना दल ने चुनाव लड़ा और जीता। इस तरीके से सभी सीटें बीजेपी के पास ही है।



2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव में राबर्ट्सगंज सीट पर कुल 16 लाख 92 हज़ार 608 वोटर अपने मत का प्रयोग करेंगे। जिनमें पुरूष मतदाताओं की संख्या 9 लाख 11 हज़ार 331 है। जबकि महिला वोटरों की संख्या 7 लाख 81 हज़ार 232 है। वहीं ट्रांस जेंडर वोटरों की संख्या 45 है।



राबर्टसगंज लोकसभा सीट पर 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी से छोटेलाल खरवार चुनाव जीते थे। छोटेलाल को कुल 3 लाख 78 हज़ार 211 वोट मिले थे। 2009 के चुनाव में बसपा से शारदा प्रसाद चुनाव जीते। शारदा प्रसाद को कुल 1 लाख 87 हज़ार 725 वोट मिले थे। वहीं तीसरे नंबर पर समाजवादी पार्टी के पकौड़ी लाल कोल रहे। पकौड़ी लाल कोल को कुल 1 लाख 35 हज़ार 966 वोट मिले।



2009 के लोकसभा चुनाव में सपा से पकौड़ी लाल कोल यहां से सांसद चुने गए। इस चुनाव में पकौड़ी लाल कोल को कुल 2 लाख 16 हज़ार 478 वोट मिले थे। वहीं दूसरे नंबर पर बसपा के रामचंद्र त्यागी रहे। रामचंद्र को कुल 1 लाख 66 हज़ार 219 वोट मिले। तीसरे नंबर पर बीजेपी के राम शकल रहे। राम शकल को कुल 1 लाख 4 हज़ार 411 वोट मिले।



2004 के लोकसभा चुनाव में बसपा के लालचंद्र यहां से चुनाव जीत कर संसद पहुंचे। लालचंद्र को कुल 1 लाख 89 हज़ार 521 वोट मिले। दूसरे नंबर पर सपा से पकौड़ी लाल रहे। पकौड़ी लाल को कुल 1 लाख 79 हज़ार 159 वोट मिले। तीसरे नंबर पर बीजेपी के राम शकल रहे। राम शकल को कुल 1 लाख 67 हज़ार 211 वोट मिले।

 

 

 

 

 

 

 

Ruby