Loksabha Election 2019: एक नजर सीतापुर लोकसभा सीट पर

punjabkesari.in Friday, May 03, 2019 - 02:25 PM (IST)

सीतापुरः सीतापुर लोकसभा सीट का इतिहास काफी पुराना है। इस सीट पर पहली बार 1952 में चुनाव हुए। 1952 का चुनाव गांधी परिवार से ताल्लुक रखने वाली उमा नेहरू ने जीता था। 1957 का चुनाव भी उमा नेहरू ने ही जीता, लेकिन 1962 और 1967 के चुनाव में भारतीय जनसंघ ने यहां अपनी उपस्थिती दर्ज कराई।



कांग्रेस 1971 में फिर इस सीट पर वापस आई। इस दौरान पूरे देश में इमरजेंसी लग गई और इसके बाद 1977 में हुए चुनाव में भारतीय लोकदल ने इस सीट पर जीत दर्ज की, लेकिन इसके बाद 1980 , 1984 और 1989 के चुनाव में यहां से कांग्रेस ने जीत दर्ज की, लेकिन 1991 में इस सीट पर बीजेपी ने जीत हासिल की। इसके बाद 1996 में समाजवादी पार्टी 1998 में फिर से बीजेपी ने यहां से जीत दर्ज की, लेकिन इसके बाद 1999 से लेकर 2009 तक लगातार ये सीट बसपा के पास रही और 2014 मोदी लहर में ये सीट बीजेपी के राजेश वर्मा ने जीत ली। इस बार इस सीट पर बीजेपी के राजेश वर्मा , बसपा से कांग्रेस में आई कैसर जहां..और गठबंधन में बसपा के खाते में गई इस सीट पर नकुल दुबे चुनाव लड़ रहे हैं।



सीतापुर में कुल 5 विधानसभा सीटें आती हैं, जिनमें सीतापुर, लहरपुर, बिसवां, सेवता और महमूदाबाद विधानसभा सीटें हैं। 2017 के विधानसभा चुनाव में इनमें से सिर्फ महमूदाबाद सीट समाजवादी पार्टी के खाते में गई थी...सीतापुर, लहरपुर, बिसवां और सेवता विधानसभा सीट पर बीजेपी ने जीत दर्ज की थी।


कुल मतदाताओं की संख्या
2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव में सीतापुर सीट पर कुल 16 लाख 53 हज़ार 454 वोटर अपने मत का प्रयोग करेंगे। जिनमें पुरूष मतदाताओं की संख्या 8 लाख 83 हज़ार 895 है। जबकि महिला वोटरों की संख्या 7 लाख 69 हज़ार 582 है। वहीं ट्रांस जेंडर वोटरों की संख्या 68 है।



2014 लोकसभा चुनाव के नतीजें
सीतापुर लोकसभा सीट पर 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी के राजेश वर्मा ने बसपा से ये सीट जीत ली थी। बसपा लगातार 3 बार यहां से जीत दर्ज कर चुकी थी। बीजेपी के राजेश वर्मा को कुल 4 लाख 17 हज़ार 546 वोट मिले थे, जबकि बसपा से चुनाव लड़ रही केसर जहां को 3 लाख 66 हजार 519 वोट मिले थे। वहीं तीसरे नंबर पर सपा के भरत त्रिपाठी रहे।  भरत को कुल 1 लाख 56 हज़ार 170 वोट मिले थे।



2009 में बसपा ने जीत हासिल की थी
2009 में सीतापुर लोकसभा सीट पर लड़ाई सपा, बसपा और कांग्रेस के बीच थी, लेकिन लगातार 2 बार से चुनाव जीत रही बसपा की केसर जहां एक बार फिर 2009 में यहां से चुनाव जीतीं। केसर जहां ने सपा के महेंद्र सिंह वर्मा को चुनाव हराया था। केसर जहां को इस चुनाव में कुल 2 लाख 41 हज़ार 106 वोट मिले थे। वहीं सपा के महेंद्र वर्मा को कुल 2 लाख 21 हज़ार 474 वोट मिले थे। वहीं तीसरे नंबर पर कांग्रेस के राम लाल राही रहे। राम लाल को कुल 1 लाख 17 हज़ार 281 वोट मिले थे।



2004 में राजेश वर्मा ने चुनाव जीता था
2004 में सीतापुर लोकसभा सीट पर बसपा के सिंबल पर चुनाव लड़ रहे राजेश वर्मा ने चुनाव जीता था। राजेश वर्मा ने सपा के मुख्तार अनीस को हराया था। राजेश वर्मा को कुल 1 लाख 71 हज़ार 733 वोट मिले थे। वहीं दूसरे नंबर पर रहे मुख्तार अनीस को कुल 1 लाख 66 हज़ार 499 वोट मिले थे। तीसरे नंबर पर बीजेपी के जनार्दन प्रसाद मिश्र रहे। जनार्दन को कुल 1 लाख 17 हज़ार 822 वोट मिले थे।

 

Ruby