Loksabha Election 2024: जानिए फैजाबाद लोकसभा सीट का इतिहास, किस पार्टी पर बरसेगी भगवान राम की कृपा ?

punjabkesari.in Monday, Apr 08, 2024 - 02:50 PM (IST)

बाबरी मस्जिद विवाद से लेकर भव्य राम मंदिर बनने तक का सफर इस लोकसभा सीट ने तय किया है...जिसके कारण दशकों से लोगों की नज़र इस सीट पर बनी रही है...फैज़ाबाद लोकसभा सीट पर पहली बार 1952 में चुनाव हुआ...और कांग्रेस के पन्ना लाल यहां से सांसद बने...1957 में हुए चुनाव में बृजवासी यहां से सांसद बने...1967 में हुए चुनाव में कांग्रेस से आर.के सिन्हा यहां से सांसद चुने गए...सिन्हा 1971 में भी सांसद बने...लेकिन 1977 के चुनाव में भारतीय लोकदल के अनंत राम यहां से सांसद बने..1980 में कांग्रेस के जयराम वर्मा दुबारा यहां कांग्रेस की वापसी कराने में सफल रहे....1984 में कांग्रेस के निर्मल खत्री यहां से सांसद बने...लेकिन 1889 के चुनाव में सीपीआई की मित्रा सेन ने चुनाव जीता...

राम मंदिर की लहर में 1991 के चुनाव में विनय कटियार ने बीजेपी को पहली बार जीत दिलाई...इसके बाद 1996 में भी विनय कटियार यहां से सांसद चुने गए थे लेकिन 1998 के चुनावों में सपा के हाथों विनय कटियार को हार का सामना करना पड़ा... हालांकि 1999 में वो एक बार फिर चुनाव जीतने में सफल रहे... 2004 में बसपा से मित्रसेन यादव यहां से चुनाव जीते. इसके बाद 2009 में कांग्रेस से निर्मल खत्री उतरे और सासंद चुने गए.... 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने लल्लू सिंह उतारा और सफलता पाई...जिसके बाद  2019 में हुए लोकसभा चुनाव में एक बार फिर भाजपा के लल्लू सिंह ने यहां से जीत दर्ज की थी....

फैजाबाद लोकसभा क्षेत्र में  विधानसभा की 5 सीटें आती हैं.. जिनमें दरियाबाद, बीकापुर, रुदौली, अयोध्या और मिल्कीपुर की सीटें शामिल है....इसमें दरियाबाद की सीट बाराबंकी जिले में आती है...

अगर 2022 में हुए विधानसभा चुनाव के आंकड़ों पर नजर डालें तो...मिल्कीपुर विधानसभा पर समाजवादी पार्टी ने जीत दर्ज की थी...तो वहीं रुदौली, बीकापुर, अयोध्या और दरियाबाद विधानसभा सीटें भाजपा के खाते में गई थी...इससे पहले हुए 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने सभी सीटों पर जीत दर्ज की थी...वहीं समाजवादी पार्टी, बसपा और कांग्रेस को यहां मुंह की खानी पड़ी थी।

2019 में हुए लोकसभा चुनाव में फैजाबाद सीट पर  कुल मतदाताओं की संख्या 18 लाख 4 हज़ार 729 थी...जिनमें पुरूष मतदाताओं की संख्या 9 लाख 64 हज़ार 426 थी...और महिला मतदाताओं की संख्या 8 लाख 40 हज़ार 231 थी...वहीं ट्रांस जेंडर मतदाताओं की संख्या 72 थी।

 

एक नजर 2019 में हुए लोकसभा चुनाव के आंकड़ों पर


 2019  में हुए लोकसभा चुनाव में भाजपा के लल्लू सिंह ने समाजवादी पार्टी के आनंद सेन यादव को  65  हजार 477 वोटों के अंतर से मात दी थी...भाजपा के लल्लू सिंह को कुल 5 लाख 29 हजार 21 वोट मिले थे....तो वहीं सपा के आनंद सिंह को कुल 4 लाख 63 हजार 544 वोट मिले थे...कांग्रेस के डॉ. निर्मल खत्री 53 हजार 386 वोटों के साथ तीसरे नंबर पर रहे थे।
 

एक नजर 2019 लोकसभा चुनाव के नतीजों पर

2014 में हुए लोकसभा चुनाव में बीजेपी के लल्लू सिंह ने चुनाव जीता था..लल्लू सिंह को कुल 4 लाख 91 हज़ार 761 वोट मिले थे...वहीं सपा के मित्र सेन यादव को कुल 2 लाख 8 हज़ार 986 वोट मिले थे...तीसरे नंबर पर बसपा के जितेंद्र कुमार सिंह रहे...जितेंद्र को कुल 1 लाख 41 हज़ार 827 वोट मिले थे...


एक नजर 2014 लोकसभा चुनाव के नतीजों पर

 
2009 में हुए लोकसभा चुनाव में कांग्रेस नेता निर्मल खत्री ने यहां से चुनाव जीता...निर्मल खत्री को कुल 2 लाख 11 हजार 543 वोट मिले थे..वहीं दूसरे नंबर पर सपा के मित्रसेन यादव रहे..मित्रसेन को इस चुनाव में कुल 1 लाख 57 हज़ार 315 वोट मिले..तीसरे नंबर पर बीजेपी के लल्लू सिंह रहे..लल्लू सिंह को कुल 1 लाख 51 हज़ार 558 वोट मिले।
 

लोकसभा चुनाव 2009 के नतीजे


साल 2004 के लोकसभा चुनाव में मित्रसेन यादव बसपा से चुनाव लड़े और चुनाव जीते...मित्रसेन यादव को इस चुनाव में कुल 2 लाख 7 हज़ार 285 वोट मिले...वहीं दूसरे नंबर पर बीजेपी लल्लू सिंह रहे...लल्लू सिंह को इस चुनाव में 1 लाख 73 हज़ार 799 वोट मिले थे...तीसरे नंबर पर सपा से अशोक कुमार सिंह रहे..अशोक कुमार को कुल 1 लाख 37 हज़ार 148 वोट मिले....

 

लोकसभा चुनाव 2004 के नतीजे


अगर फैजाबाद लोकसभा सीट के जातिगत समीकरण पर नजर डालें....तो यहां पर तकरीबन  84 फीसदी आबादी हिंदू है....यहां सबसे अधिक ओबीसी मतदाता हैं, जिनकी संख्या लगभग 26 फीसदी बताई जाती है....इसमें लगभग 13 फीसदी के करीब यादव मतदाता हैं....सामान्य वर्ग के मतदाताओं की संख्या 29 फीसदी से अधिक मानी जाती है...भाजपा ने एक बार फिर से लल्लू सिंह पर भरोसा जताते हुए उन्हें फैजाबाद से चुनावी मैदान में उतारा है...देखना दिलचस्प होगा कि इस चुनावी घमासान में भगवान राम किस पार्टी पर अपना आशीर्वाद बरसाएंगे ?

Content Editor

Anil Kapoor