इस खबर को पढ़कर डॉक्टरों पर से उठ जाएगा आपका विश्वास

punjabkesari.in Friday, Oct 09, 2015 - 08:15 PM (IST)

लखनऊः लखनऊ के संजय गांधी पीजीआई के जनरल अस्पताल में एक ऐसा हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है, जहां पर डॉक्टरों की लापरवाही के कारण एक महिला को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा। जानकारी के अनुसार,बलिया के सिसवार कला थाना नगरा के निवासी रामदास की पत्नी मनीषा ने 20 सितंबर को एक निजी नर्सिंग होम में बेटे को जन्म दिया। प्रसव के बाद मनीषा घर चली गई लेकिन, 2 दिन बाद ही उसके पेट में दर्द शुरु होने को कारण उसका पेट भी फूलने लग गया।

रामदास ने बलिया में ही डॉक्टरों को दिखाया लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। इसपर रामदास पत्नी को लेकर बुधवार शाम एसजीपीजीआई आ गया। यहां इमरजेंसी पहुंचा लेकिन उसे बेड नहीं मिला। रामदास का कहना है कि सूबह 3 बजे उसे बताया गया कि इमरजेंसी में न तो बेड खाली है और न कोई गायनेकोलॉजिस्ट है।रामदास का कहना है कि वह डॉक्टरों के सामने गिड़गिड़ाता रहा लेकिन किसी ने उसकी एक न सुनी और उसे मनीषा को पीजीआई के जनरल अस्पताल में ले जाने की सलाह दी गई। पूरी तरह से निराश होने के बाद सुबह 7 बजे वो पत्नी को पीजीआई के श्रुति प्रेक्षागृह के पास स्थित सामान्य अस्पताल लेकर पहुंचा।

मनीषा को स्ट्रेचर पर लेटा कर वो चिकित्सकों के पास गया लेकिन किसी ने उसकी सुनी नहीं। यहां तक कि सुबह 7 बजे से 11 बज गए लेकिन किसी भी डॉक्टर ने उस पर ध्यान नहीं दिया। आखिरकार मनीषा ने वहीं स्ट्रेचर पर दम तोड़ दिया। रामदास का कहना है कि पत्नी की मौत पर डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाया तो उन्होंने सिक्योरिटी गार्ड को बुलाकर उसे धमकाया और शव लेकर जाने के लिए कहा गया।