लखनऊ के तीनों टॉपर्स ने JEE MAINS-2016 में मारी बाजी

punjabkesari.in Thursday, Apr 28, 2016 - 01:09 PM (IST)

लखनऊ: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की ओर से आई.आई.टी. जे.ई.ई. मेन 2016 का परीक्षा परिणाम बुधवार को आ गया है। जे.ई.ई. मेन 2016 में लगभग 12 लाख परीक्षार्थी परीक्षा में बैठे थे। मेन परीक्षा परीणाम के बाद 29 अप्रैल से आई.आई.टी की ओर से जारी होने वाली जे.ई.ई. एडवांस के लिए रजिस्‍ट्रेशन की प्रक्रिया शुरूवात होगी। जे.ई.ई 12 मेन में से सिर्फ टॉप 2 लाख उम्मीदवार ही जे.ई.ई एडवांस की परीक्षा में भाग ले सकता हैं। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ आशियाना के रहने वाले समृद्ध जोशी जे.ई.ई. मेन 2016 में 308 अंक प्राप्त कर टॉप किए हैं। वहीं दूसरे छात्र हिमांशु सिंह ने 296 अंक हासिल कर दूसरा स्थान हासिल किया है।
 
जे.ई.ई. का कटऑफ 
जनरल- 100
ओबीसी- 70
एससी-52
एसटी-48
 
बता दें पिछली बार 105 कटऑफ (जनरल) था। फिट जे.ई.ई. कोचिंग के फैकल्टी एस.एन मिश्रा ने बताया कि इस बार कटऑफ नीचे जाने की उम्मीद पहले से थी, क्योंकि इस बार 2 लाख स्टूडेंट्स को जेईई एडवांस में बैठने की घोषणा हुई थी, जबकि पिछली बार इसमें ढेढ़ लाख स्टूडेंट्स ही बैठे थे। कम्प्यूटर साइंस सबकी पहली पसंद
 
कम्प्यूटर साइंस टॉपर्स की पहली पसंद
लखनऊ के टॉपर समृद्ध जोशी सी.एम.एस गोमतीनगर के पास आउट हैं। उनका लक्ष्य सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनने का है। वह सी.एस ट्रेड से इंजीनियरिंग की पढ़ाई करना चाहते हैं। समृद्ध ने बताया कि अभी उनका फोकस जे.ई.ई एडवांस्ड के ऊपर है।जे.ई.ई एडवांस्ड में वो अच्छा परफॉर्म करके ऑल इंडिया रैंकिंग में टॉप 50 के भीतर पहुंचना चाहते हैं, ताकि उनका टॉप थ्री आई.आई.टी में उन्हें जगह मिल सके। समृद्ध ने बताया कि कम्प्यूटर सांइस हमेशा से ही उनका फैवरिट सब्जेक्ट रहा है। खासतौर से कम्प्यूटर प्रोग्रामिंग उनका पसंदीदा टॉपिक है। दसवीं में उन्होंने 97 प्रतिशत अंक प्राप्त किए थे। उनके पिता बीड़ी जोशी गवर्नमेंट जॉब करते हैं। उन्होंने बताया कि वह अपने बेटे को आई.आई.टी में पढ़ाकर एक सफल इंजीनियर बनते हुए देखना चाहते हैं।
 
दिव्यांशु सक्सेना ने 277 नंबर हासिल किए। वह भी कम्प्यूटर साइंस से बीटेक की पढ़ाई करना चाहते हैं। गोमतीनगर के रहने वाले दिव्यांशु ने बताया कि कम्प्यूटर साइंस चुनने का मुख्य कारण इस फील्ड का स्कोप है। जिस तरह से देश टेक्नोलॉजी में तरक्की कर रहा है उस तरह से लगातार सॉफ्टवेयर इंजीनियर्स की डिमांड बढ़ती जा रही है। इसके अलावा सैलरी पैकेज भी कम्प्यूटर साइंस में ही सबसे अधिक है।