मशहूर शायर मजरूह सुल्तानपुरी के पौत्र जिगर ने अखिलेश से की मुलाकात, प्रतीक चिह्न एवं शाल की भेंट

punjabkesari.in Wednesday, Apr 11, 2018 - 10:45 AM (IST)

लखनऊः मशहूर शायर मजरूह सुल्तानपुरी के पौत्र जिगर सुल्तानपुरी ने समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने अखिलेश को प्रतीक चिह्न एवं शाल भेंट की। प्रतीक चिह्न पर मजरूह सुल्तानपुरी की प्रसिद्ध पंक्तियां 'मंजिल मिल ही जाएगी, भटकते ही सही। गुमराह तो वो हैं, जो घर से निकलते ही नहीं' लिखीं हुई थी।

सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की करी प्रशंसा
सपा अध्यक्ष की प्रशंसा करते हुए जिगर सुल्तानपुरी ने कहा कि शायरों, कवियों, साहित्यकारों और दानिशवरों के बीच अखिलेश का नाम इज्जत के साथ लिया जाता है। मुख्यमंत्री रहते हुए अखिलेश ने सभी तबके को सहूलियतें दी थी। वहीं इस जमात को प्रोत्साहित करने के लिए यश भारती, हिंदी संस्थान के पुरस्कारों से भी सम्मानित किया था।

उर्दू के प्रमुख शायरों में से एक थे मजरूह सुल्तानपुरी
गौरतलब है कि, मजरूह सुल्तानपुरी हिंदी फिल्मों के प्रसिद्ध गीतकार और प्रगतिशील आंदोलन में उर्दू के प्रमुख शायरों में से एक थे। उन्होंने 400 से अधिक हिंदी फिल्मों के लिए अनेक गीत गजलें लिखी। मजरूह सुल्तानपुरी पहले गीतकार थे, जिन्हें फिल्म जगत के सर्वोच्च सम्मान दादा साहिब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया गया। 24 मई, 2000 को 80 वर्ष की अवस्था में उनका निधन हो गया। 
 

Deepika Rajput