देखते ही देखते गंगा में समा गए मामा-भांजा, अब तक नहीं मिले शव

punjabkesari.in Sunday, Dec 24, 2017 - 12:11 PM (IST)

मिर्जापुरः जिले के कोटिया घाट पर उस समय हड़ंकप मच गया जब 2 लोग गंगा में नहाते हुए डूब गए। बता दें दोनों रिश्ते में मामा और भांजे थे, जोकि यहां गंगा स्नान के लिए आए थे। वहीं मौके पर पहुंची पुलिस ने गोताखोरों की मदद से उनकी काफी खोजबीन की, लेकिन कुछ हाथ नहीं लग पाया।

दरअसल मुंबई निवासी 30 वर्षीय इमराम पुत्र मो. ऊमर फेरी के कपड़ा का व्यापारी है। जिले के विंध्याचल कोतवाली क्षेत्र के कंतित में उसकी बहन का घर है। शुक्रवार को इमरान अपनी बहन तइया बेगम के घर आया। रात में रुकने के बाद शनिवार की दोपहर इमरान अपने भांजे 13 वर्षीय सुहेद और भांजी 15 वर्षीय सानिया पुत्री वाहिद को लेकर नहाने के लिए गंगा नदी के कोटिया तट पर चला गया।

नहाते समय सबसे पहले सुहेद गहरे पानी में जाकर डूबने लगा। उसे डूबते देख उसकी बड़ी बहन सानिया उसे बचाने के लिए आगे बढ़ी। इसके बाद उसका मामा इमरान भी उसे बचाने के लिए पहुंचा। हालत यह हुई कि तीनों नदी में डूबने लगे।

वहीं घाट पर मौजूद लोगों ने यह देखा तो शोर-शराबा मचाना शुरू किया और तीनों को बचाने के लिए नदी में उतर पड़े। सानिया को तो किसी तरह जानपर खेलकर घाट पर मौजूद लोगों ने बचाकर सही सलामत बाहर निकाल लिया, लेकिन मामा और भांजे को नहीं बचा पाए।

देखते ही देखते दोनों गंगा की धारा में समा गए। कुछ ही देर में घाट पर मोहल्ले के लोगों की भीड़ जुट गई। लोगों के माध्यम से विंध्याचल कोतवाली पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस फोर्स गोताखोरों के साथ जाल लेकर पहुंची और डूबे लोगों की खोजबीन शुरू कर दी। देर शाम तक तलाश के बाद भी डूबे मामा-भांजे का कहीं पता नहीं चल पाया।