UP: बदलते माहौल में डीजे के शोर में गुम होते जा रहे हैं शादी के मांगलिक गीत

punjabkesari.in Sunday, Jun 17, 2018 - 05:30 PM (IST)

देवरिया: उत्तर प्रदेश में शादी के अवसर पर महिलाओं द्वारा गाए जाने वाले मांगलिक गीत आज बदलते माहौल में डीजे के शोर में गुम हो गए हैं। आधुनिकता के चकाचौंध से अब ग्रामीण क्षेत्र भी रोशन होने लगे हैं। शादी-विवाह जैसे मांगलिक अवसरों पर बैंडबाजों की जगह डीजे का प्रचलन तेजी से बढ़ता जा रहा है।

देवरिया के रामनाथ मुहल्ला निवासी पंडित विश्वनाथ दुबे का कहना है कि पहले शादी- विवाह के अवसर पर एक-दो दिन पूर्व से ही घर और गांव की महिलाएं पितृ नेवता का गीत, संया परात के गीत, नेहछुआ आदि के मांगलिक गीत गाती नजर आती थी। लेकिन बदलते माहौल में महिलाएं इन मांगलिक गीतों से मुंह मोड़कर शादी-विवाह के अवसर पर लेडीज संगीत के नाम पर तेज आवाज के गानों पर हल्ला कर अपनी आधुनिकता का परिचय देने का प्रयास करती देखी जा रही हैं। 

ग्रामीण क्षेत्रों में बसे गांव की गलियों में डीजे की धुन पर युवाओं का झूमना आम नजारा बन गया है। बैंड बाजे की जगह अब डीजे ने ले ली है। डीजे की बोल जितनी समझ में नहीं आते उससे अधिक इसकी बेहद तेज आवाज के कारण शरीर और धड़कन में कंपन महसूस की जाती है।  

Deepika Rajput