हिमस्खलन में शहीद जवान का शव पहुंचा पैतृक गांव, अंतिम दर्शन के लिए लगी भीड़

punjabkesari.in Sunday, Jan 19, 2020 - 12:23 PM (IST)

कानपुरः गमगीन माहौल में फूलों से सजी धजी सेना की गाड़ी में शहीद जवान का शव उसके घर पहुंचा तो पूरा इलाका शोक में डूब गया। कारगिल के द्रास सेक्टर में बर्फीले तूफान में शहीद घाटमपुर के धर्मेंद्र (40) का शव रविवार सुबह पहुंचने पर अंतिम दर्शन के लिए भीड़ का हुजूम उमड़ पड़ा।

बता दें कि शहीद जवान धर्मेंद्र पतारा ब्लॉक के बिराहिनपुर गांव के रहने वाले थे। धर्मेंद्र 1999 में सेना में भर्ती हुए थे। दो भाइयों में सबसे छोटे धर्मेंद्र की शादी 2002 में सुनीता से हुई थी। दोनों बच्चे उत्कर्ष सिंह (16) व राजवर्धन सिंह (9) चंडीगढ़ के एक बोर्डिंग स्कूल में पढ़ते हैं। पिछले चार साल से सुनीता चकेरी स्थित आवास में रहती हैं लेकिन पति के छुट्टी पर आने पर गांव चली आती थीं। गांव में आर्मी जवान की मां शिवदेवी व दो बड़े भाई खेती-बाड़ी का काम देखते हैं।

हिमस्खलन की चपेट में आ गए थे धर्मेंद्र
गुरुवार को मशकोह वैली में सेना की एक चौकी हिमस्खलन की चपेट में आ गई थी। उन शहीदों में धर्मेंद्र का भी नाम जुड़ गया है। इसके अलावा कई जवान सेना के अस्पताल में भर्ती हैं। शहीद धर्मेंद्र का शव पहुंचने की खबर पाकर ग्रामीणों की भीड़ उनके पैतृक आवास पर लग गई।

पैतृक गांव में होगा अंतिम संस्कार
सेना के जवान सजी धजी गाड़ी पर पार्थिव शरीर लेकर गांव पहुंच गए है। शव अभी अंतिम दर्शन के लिए दरवाजे पर रखा जाएगा। पैतृक गांव बिराहिन में ही दोपहर बाद अंतिम संस्कार होगा।

 

 

Tamanna Bhardwaj