कुपवाड़ा में शहीद हुआ एटा का लाल, पैतृक गांव में किया अंतिम संस्कार

punjabkesari.in Saturday, Dec 08, 2018 - 06:25 PM (IST)

एटाः जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा में आतंकवादियों की गोली का शिकार हुए शहीद राजेश कुमार का अंतिम संस्कार शनिवार को पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनके पैतृक गांव में किया गया। शहीद को सेना के 57 राष्ट्रीय रायफल रेजिमेंट सेना के जवानों ने सलामी और गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। राज्य सरकार की तरफ से भी शहीद को स्थानीय पुलिस द्वारा सलामी दी गई। इस अवसर पर हजारों लोगों ने नम आंखों से शहीद को अंतिम विदाई दी। भारत माता की जय और पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे भी लगे।

जम्मू कश्मीर के पुलवामा में राष्ट्रीय राइफल रेजिमेंट में तैनात गनर राजेश कुमार(25) 2013 में सेना में भर्ती हुए थे। वे एटा जिले की जलेसर तहसील के रेजूआ गांव के निवासी थे। वर्ष 2016 में उनकी शादी एटा जिले के ही कासौंन गांव की स्वेता यादव से हुई थी। राष्ट्रीय राइफल रेजिमेंट कुपवाड़ा में तैनात जवान 6 दिसंबर 2018 को आतंकवादियों से हुई मुठभेड़ में शहीद हो गए थे। शहीद के पिता नेम सिंह एटा के जलेसर थाने में होमगार्ड हैं। राजेश चार बहनों का इकलौता भाई था। शुरू से ही सेना में भर्ती होकर देश की सेवा करना उसका सपना था। राजेश की दो बहनों की शादी हो चुकी है जबकि दो की अभी शादी होनी हैं।

शहीद राजेश का शव सुबह 10 बजे उसके पैतृक गांव पहुंचा। वहां मौजूद हजारों लोगों ने पाकिस्तान मुर्दाबाद और भारत माता की जय के नारे लगाए। दोपहर 3 बजे उनका अंतिम संस्कार पैतृक गांव एटा के जलेसर तहसील के रेजूआ गांव में हिन्दू रीति रिवाज से किया गया। राजेश के कोई बेटा न होने के कारण उनके चचेरे भाई वीरेन्द्र ने नम आंखों से शहीद राजेश को मुखाग्नि दी। जिला प्रशासन ने गांव से 500 मीटर की दूरी पर सड़क के किनारे ग्राम समाज की 40 गुणा 40 मीटर जमीन चिन्हित कर अंतिम संस्कार और शहीद का स्मारक बनाने को दी। उसी जमीन पर शहीद राजेश का अंतिम संस्कार भी किया गया। शहीद की पत्नी को राज्य सरकार की ओर से 20 लाख रुपये और माता पिता को 5 लाख रुपये आर टीजीएस से उनके खाते में दिए गए। इसके अलावा शहीद की पत्नी को आजीवन पारिवारिक पेंशन मिलेगी।  

Ruby