शर्म करें मुलायम, लें शिवपाल से इस्तीफा: अमित शाह

punjabkesari.in Saturday, Jun 04, 2016 - 05:20 PM (IST)

कानपुर: भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने आज मथुरा हिंसा पर सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव को शर्म करने की नसीहत देते हुए उनसे अपने छोटे भाई और सूबे के कैबिनेट मंत्री शिवपाल सिंह यादव का इस्तीफा लेने की मांग की है। शाह कानपुर में पार्टी के बूथ प्रभारियों के सम्मेलन में भाग लेने के लिए आए हुए थे। इस मौके पर उन्होंने कहा कि अगर 2017 में यूपी विधान सभा चुनाव नहीं जीता सका तो बाकी राज्यों की फतह भी बेकार चली जाएगी।
 
यूपी में दो तिहाई बहुमत से हासिल करेगी बीजेपी
भाजपा अध्यक्ष भाजपा ने ऐलान किया कि उत्तर प्रदेश में अब समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी का दौर खत्म होने वाला है। भाजपा मिशन 2017 का लक्ष्य दो तिहाई बहुमत से हासिल करेगी और इन दोनों क्षेत्रीय दलों के साथ-साथ प्रदेशवासियों को भ्रष्टाचार और जातिवाद से छुटकारा मिल जाएगा। शाह ने कहा कि मोदी सरकार के दो साल पूरे होने पर सपा, बसपा और कांग्रेस हमारे कामकाज का ब्यौरा मांग रहे हैं। उन्होने यूपीए सरकार के 10 साल के इतिहास की याद दिलाते हुए कहा कि पाताल से अन्तरिक्ष तक का 12 लाख करोड़ का घोटाला करने वाले किस हैसियत से हमसे हिसाब मांग रहे हैं। अपने विराधियों को जवाब देते हुए अमित शाह ने कहा कि पिछले दो साल में भाजपा ने भ्रष्टाचार मुक्त सरकार दी है।
 
शिवपाल से इस्तीफा लें मुलायम
शाह ने मथुरा हिंसा के लिए कैबिनेट मंत्री शिवपाल यादव को सीधे तौर पर जिम्मेदार ठहराया और आरोप लगाया कि जब जवाहरबाग में पुलिस पर हमले हो रहे थे तब सचिवालय में बैठकर एक मंत्री पुलिस को बलवाईयों पर गोली न चलाने के निर्देश भेज रहे थे। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री तय करें कि उन्हें जनता से रिश्ता रखना है या अपने चाचा से। उन्होंने सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव को इस हालात पर शर्म करने और अपने अनुज मंत्री का इस्तीफा लेने की नसीहत दी। उन्होंने यह भी कहा कि सूबे में लॉ एण्ड आर्डर के मायने बदल कर रख दिए गए हैं। अखिलेशराज में ‘लॉ एण्ड आर्डर’ का मतलब ‘पैसे-ला’ और ‘आर्डर-ले’ हो गया है।
 
यूपी में भाजपा की सरकार नहीं बनी तो सब बेकार
कानपुर और बुन्देलखण्ड क्षेत्र के बूथ प्रभारियों को ललकारते हुए पार्टी अध्यक्ष ने कहा कि उन्हें आज संकल्प लेना होगा कि यूपी का चुनाव दो तिहाई बहुमत से जीतना होगा। पूरे देश में भाजपा का एकछत्र राज होने का सपना दिखाते हुए कहा कि देश के तमाम राज्यों में भाजपा की सरकार है लेकिन अगर यूपी में भाजपा की सरकार नहीं बनी तो सब बेकार चला जाएगा।
 
केंद्र की योजनाओं को यूपी में न लागू करने का आरोप 
शाह ने अखिलेश सरकार पर आरोप लगाया कि वे केन्द्र सरकार की योजनाओं को यूपी में लागू होने में अडंगे लगाते हैं। उन्हें इससे वोटबैंक के खिसकने का डर लगता है लेकिन उनकी इस साजिश को जनता समझ चुकी है। उन्होंने बुन्देलखण्ड में अवैध खनन में सरकार तन्त्र के शामिल होने और किसानों को दी जाने वाली राहत का पैसा हड़पने का आरोप लगाया और वहां का सूखा मिटाने के लिए कमल खिलाने की अपील की।
 
कार्यकर्ताओं से मार्मिक अपील 
सम्मेलन में टिकट के दावेदारों द्वारा चेहरे दिखाने की होड़ को भाजपा प्रमुख ने बखूबी भाप लिया और टिकट न मिलने पर भड़कने वाले सम्भावित असंतोष को कंट्रोल रखने के इरादे से उन्होंने कार्यकर्ताओं से मार्मिक अपील की कि वे हर सीट पर कमल के निशान को पार्टी का उम्मीदवार मानकर चुनाव लड़ायें।
 
यूं तो शाह पार्टी के 19 हजार बूथ प्रभारियों को बूथ मैनेजमेण्ट के गुर सिखाने आये थे लेकिन जिस तरह आज बसपा सुप्रीमों मायावती ने अपनी प्रेस कॉफ्रेंस में और मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बुन्देलखण्ड की जनसभा में मोदी सरकार पर कई तीर चलाये, उसके बाद शाह के भाषण का 90 प्रतिशत अंश विरोधियों पर पलटवार करने में सिमटा रहा तो भी चलते चलते वे यहकर कार्यकर्ताओं का हौसला बढ़ा गये कि 2019 में दिल्ली का रास्ता 2017 में यूपी विधान सभा जीतने के बाद ही साफ हो सकेगा।