रेप पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए बुलाई पंचायत, 80 हजार रुपए में करवाया समझौता

punjabkesari.in Wednesday, Jan 17, 2018 - 11:22 AM (IST)

इलाहाबाद: पंचायतों में अक्सर अजब-गजब फैसले दिए जाते हैं। एेसा ही एक शर्मनाक फैसला इलाहाबाद में देखने को मिला है, जहां रेप पीड़िता को न्याय देने के लिए बुलाई गई पंचायत ने उसकी आबरू की कीमत 80 हजार रुपए तय कर दी। बिरादरी का युवक होने के कारण पंचों ने इस समझौते का फरमान सुनाया है। वहीं पुलिस अभी तक मामले में मूकदर्शक बनी हुई है।

क्या है मामला?
जानकारी के मुताबिक मामला इलाहाबाद के मऊआइमा का है। जहां के रहने वाले सुरेंद्र कुमार की बेटी राधा 4 दिन पहले शौच के लिए खेत की ओर गई थी। खेत में पहले से ही बैठे पड़ोस के एक युवक ने राधा के साथ जबरदस्ती शुरू कर दी और रेप के बाद धमकी दी कि अगर उसने परिजनों को कुछ बताया तो वह उसे बदनाम कर देगा। वहीं घर पहुंचते ही पीड़िता ने सारी बात परिजनों को बताई।

पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए बुलाई पंचायत
आरोप है कि जब पीड़ित परिवार थाने पहुंचा तो पुलिसवालों ने कहा कि मुकदमा दर्ज होने पर बदनामी होगी और बिरादरी का मामला है आपस में ही निपटा लीजिए। पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए पंचायत बुलाई गई और पंचायत भी लगातार 2 दिन तक चली। पहले दिन जब कोई फैसला ना हो सका तो दूसरे दिन अंत में पंचों ने फैसला सुनाया कि 80 हजार रुपए देकर मामला शांत करा दिया जाए।

पंचों के फैसले पर नहीं हुई कानूनी कार्रवाई
पंचों ने कहा कि पीड़िता को मुआवजा 80 हजार दिया जाए और मामले में समझौता कर इसे रफा-दफा कर दिया जाए। पंचायत में पीड़ित परिवार को यह निर्णय मानने को कहा है और न मानने पर बिरादरी से बहिष्कृत करने का फरमान सुनाया। वहीं घटना की जानकारी मीडिया में पहुंची तो पुलिस अधिकारी हरकत में आए, लेकिन अभी तक पंचायत के फैसले पर कानूनी कार्रवाई नहीं की गई है।