कमलेश तिवारी हत्याकांड: पुलिस ने आरोपी मौलाना अनवारुल हक को किया गिरफ्तार

punjabkesari.in Saturday, Oct 19, 2019 - 09:44 AM (IST)

बिजनौर: कमलेश तिवारी हत्याकांड मामले में शनिवार को पुलिस के हाथ बड़ी सफलता लगी है। पुलिस ने बिजनौर से आरोपी मौलाना अनवारुल हक को गिरफ्तार कर लिया है। बता दें कि, मौलाना अनवारुल हक ने 2015 में कमलेश तिवारी का सिर काटकर लाने वाले को 51 लाख रुपये इनाम देने की घोषणा की थी। साथ ही इस मामले में गुजरात एटीएस ने 6 लोगों को हिरासत में लिया है।

एसआईटी करेगी मामले की जांच
उल्लेखनीय है कि, कमलेश तिवारी नाका हिंडोला की खुर्शेद बाग स्थित अपने घर में खून से लथपथ पाए गए। दो लोग उनसे मिलने आए थे। इस दौरान कमलेश ने अपने एक साथी को उन दोनों के लिए पान लाने भेजा था। जब वह लौटकर आया तो उसने कमलेश को खून से लथपथ हालत में पाया। कमलेश पूर्व में हिंदू महासभा से भी जुड़े रह चुके थे। कमलेश की हत्या के मामले में राज्य सरकार ने देर रात लखनऊ के पुलिस महानिरीक्षक एस के भगत की अगुवाई में 3 सदस्यीय विशेष जांच टीम गठित कर दी है। लखनऊ के पुलिस अधीक्षक दिनेश पुरी और एसटीएफ के क्षेत्राधिकारी पीके मिश्र इस टीम के अन्य सदस्य होंगे।

कमलेश की पत्नी ने लगाया यह आरोप
कमलेश की पत्नी किरण की तहरीर पर इस मामले में मुफ्ती नईम काजमी, अनवारुल हक और एक अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था। किरण का आरोप है कि काजमी और हक ने कमलेश का सिर कलम करने पर 51 लाख और डेढ़ करोड़ रुपये का इनाम घोषित किया था। इन्हीं लोगों ने साजिश कर पति की हत्या कराई है। साथ ही कमलेश तिवारी के परिजनों ने परिवार के 2 सदस्यों के लिए नौकरी की मांग की है। 

हाथ लगे हैं अहम सुराग: DGP
डीजीपी ओपी सिंह ने कहा कि यह विशुद्ध आपराधिक घटना है और पुलिस इसकी जांच कर रही है। जिन लोगों ने कमलेश की हत्या की वह उनकी जान पहचान के बताए जा रहे हैं। वारदात से पहले उन लोगों ने उसके साथ करीब आधा घंटा गुजारा था। कमलेश को पिछले कई महीनों से सुरक्षा उपलब्ध कराई जा रही थी। घटना के समय एक सुरक्षाकर्मी कमलेश के घर के नीचे तैनात था, जिसने हत्यारों को रोका और कमलेश से पूछकर ही उन्हें घर के अंदर जाने दिया। पुलिस को सीसीटीवी फुटेज और अन्य सबूतों के आधार पर कुछ अहम सुराग मिले हैं। मामले की जांच पड़ताल के लिए स्पेशल टास्क फोर्स की भी मदद ली जा रही है।

बता दें कि कमलेश ने पूर्व में हजरत मोहम्मद साहब के प्रति अपमानजनक टिप्पणी की थी। इस मामले में उन्हें गिरफ्तार भी किया गया था। कमलेश के कुछ साथियों ने इस मामले में आतंकवादी संगठन ISIS का हाथ होने की आशंका भी जताई थी। इस बारे में पूछे जाने पर अपर पुलिस महानिदेशक पीवी राम शास्त्री ने बताया कि हर कोण से मामले की जांच की जा रही है और अभी किसी निष्कर्ष पर पहुंचना जल्दबाजी होगी।

Deepika Rajput