Mauni Amavasya: मौनी अमावस्या पर ढाई करोड़ श्रद्धालु संगम में लगाएंगे आस्था की डुबकी, हाई अलर्ट पर है पुलिस व प्रशासन

punjabkesari.in Friday, Jan 20, 2023 - 11:10 AM (IST)

Prayagraj News: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के प्रयागराज (Prayagraj) में आज माघ मेला (Magh Mela) के सबसे बड़े स्नान पर्व मौनी अमावस्या (Mauni Amavasya) पर सुबह से ही लाखों की संख्या में श्रद्धालु संगम पर पहुंचे है और आस्था की डुबकी (dip of faith) लगा रहे हैं। जहां पर श्रद्धालुओं के भारी संख्या में पहुंचने का अनुमान है। जिसके लिए पुलिस (Police) व प्रशासन (Administration) हाई अलर्ट (high alert) पर हैं और मेले में पहुंचने वाले श्रद्धालुओं के लिए कड़े सुरक्षा प्रबंध (security management) किए गए हैं।

           
बता दें कि माघ महीने के कृष्ण पक्ष की अमावस्या को मौनी अमावस्या कहा जाता है। मौनी अमावस्या पर मौन रहकर पवित्र नदी या जलकुंड में स्नान और दान करने का विशेष महत्व बताया गया है। ऐसा कहते हैं कि मौनी अमावस्या पर दान-स्नान करने से इंसान के सारे पाप मिट जाते हैं और उसे मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है।

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मौनी अमावस्या के दिन प्रयागराज के संगम में स्नान करना भी बहुत लाभकारी बताया गया है। इसी के चलते आज यहां भारी संख्या में श्रद्धालुओं के पहुंचने का अनुमान है। प्रयागराज मेला प्राधिकरण की मानें तो आज करीब ढाई करोड़ श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है। मेला में सुरक्षा, स्वच्छता को लेकर शासन स्तर से कड़े निर्देश जारी हुए हैं।



स्नान घाटों पर अतिरिक्त सतर्कता बरतने के दिए निर्देश
मेले में आने वाले भक्तों की सुरक्षा के लिए पूरा प्लान तैयार कर लिया गया है। संदिग्ध व्यक्तियों (suspicious persons) एवं संदिग्ध वस्तुओं (suspicious objects) पर विशेष ध्यान रखा जाएगा। स्नान घाटों पर अतिरिक्त सतर्कता (extra vigilance) बरतने के निर्देश दिए गए हैं। मंडलायुक्त विजय विश्वास पंत, एडीजी भानु भास्कर, आईजी चंद्रप्रकाश, पुलिस कमिश्नर रमित शर्मा, डीएम संजय कुमार खत्री व मेलाधिकारी अरविंद कुमार चौहान समेत विभिन्न विभागों के उच्चाधिकारियों ने मुख्य स्नान पर्व पर आपस में समन्वय स्थापित करने पर जोर दिया। खासतौर पर पुलिस, प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के बीच अच्छा तालमेल होना चाहिए, ताकि अच्छे से काम किया जा सकें।



भीड़ नियंत्रण के लिए भी रणनिति की गई तैयार
सुरक्षा प्रबंधों के साथ-साथ भीड़ प्रबंधन, यातायात प्रबंधन व आपदा प्रबंधन को लेकर रणनीति तय की गई। एक साथ भीड़ बढ़ने पर जंक्शन समेत शहर के अन्य 14 होल्डिंग एरिया में श्रद्धालुओं को कुछ समय तक रोका जाएगा। इस एरिया में भीड़ को अस्थायी रूप से रोकने की व्यवस्था की गई है।

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अधिक भीड़ के समय जंक्शन के चारों होल्डिंग एरिया को एक्टिव करने तथा रेलवे स्टेशन एवं बस अड्डों पर अनावश्यक भीड़ को जाने से रोकने के लिए मेला क्षेत्र में लगी विभिन्न एलईडी स्क्रीन पर ट्रेनों के आगमन व प्रस्थान संबंधित जानकारी उपलब्ध कराने की व्यवस्था बनाई गई। सभी होल्डिंग एरिया की जिम्मेदारी एडीएम सिटी मदन कुमार को दी गई है।



कोविड गाइडलाइन का पालन करने के निर्देश जारी
शहर से लेकर संगम तक कुल 194 मजिस्ट्रेटों की दो पालियों में ड्यूटी लगाई गई है। शहर और मेला क्षेत्र को 10 जोन और 50 सेक्टरों में बांटा गया है। प्रत्येक जोन में एडीएम रैंक के जोनल अधिकारी और सेक्टरों में एसडीएम रैंक के सेक्टर मजिस्ट्रेट तैनात किए गए हैं। इसके साथ ही 98 सेक्टर आफिसर तैनात किए गए हैं। आइट्रिपलसी स्थित मेला कंट्रोल रूम में स्पेशल नोडल अधिकारी को लगाया गया है। इन अफसरों को शुक्रवार दिन से ही ड्यूटी के निर्देश दिए गए हैं। वहीं, बाहर से आने वाले सभी यात्रियों की सघन चेकिंग करने को कहा गया है। कोविड गाइडलाइन का पालन कराने को कहा गया। मेले के सभी 17 प्रवेश द्वारों एवं सभी स्नान घाटों पर कोविड हेल्पडेस्क बनाएं गए है, किसी भी तरह की समस्या आने पर इन हेल्पडेस्क से मदद ली जा सकती है। 

Content Editor

Pooja Gill