मायावती की इस कूटनीति से बसपा के राज्यसभा उम्मीदवार का जीतना तय

punjabkesari.in Monday, Mar 12, 2018 - 01:51 PM (IST)

लखनऊः लोकसभा उपचुनावों के बाद अब सभी पार्टियां राज्यसभा चुनाव की तैयारी जोरों से कर रही हैं। इसी कड़ी में बसपा सुप्रीमो मायावती अपनी पार्टी के उम्मीदवार को सदन तक ले जाने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा रही है। वहीं लोकसभा में सपा को समर्थन देने के बाद अब बसपा 23 मार्च को होने वाले राज्यसभा चुनाव में सपा का समर्थन ले रही है। राज्यसभा चुनाव में सिर्फ सपा ही नहीं कांग्रेस और आरएलडी बसपा को समर्थन कर रही है। जिससे ये अंदाजा लगाया जा रहा है कि बसपा उम्मीदवार का राज्यसभा में जाना काफी हद तक तय है।

कुछ इस तरह से है राज्यसभा चुनाव का गणित
सपा-बसपा के गठबंधन को देखकर लगता है कि मायावती ने बड़ी ही सूझबूझ व कूटनीति से ये गठबंधन किया है। वहीं अब राज्यसभा चुनाव की गणित पर नजर डाली जाए तो यूपी की कुल 403 विधानसभा सीटों में बसपा के पास कुल 19 विधायक हैं और सपा के पास 10 अतिरिक्त विधायक हैं। वहीं कांग्रेस के पास 7 विधायक और राष्ट्रीय लोकदल के पास एक विधायक है। इन सबको मिलाकर कुल 37 वोट होते हैं। जो बसपा उम्मीदवार को राज्यसभा तक ले जाने के लिए काफी है। वहीं राज्यसभा के लिए नामांकन भरने की अंतिम तारीख 12 मार्च है।

सपा के पास 10 अतिरिक्त वोट
वहीं वरिष्ठ सपा नेता ने इस समर्थन की पुष्टि करते हुए कहा कि सपा के पास अपने सदस्य को सदन में पहुंचाने के बाद 10 अतिरिक्त वोट हैं, उसे हम बसपा को दे सकते हैं। बता दें कि सपा की ओर से जया प्रदा राज्यसभा एक बार फिर से पहुंचेंगी, पार्टी ने उन्हें अपना राज्यसभा उम्मीदवार बनाया है।

फैसला पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव लेंगे
इसके साथ ही सपा के प्रवक्ता सुनील सिंह साजन ने बताया कि इस मामले में फैसला जल्द ही लिया जाएगा, इसका फैसला पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव लेंगे। उन्होंने बताया कि सांप्रदायिक ताकतों को बाहर रखने के लिए हम किसी भी तरह का त्याग करने के लिए तैयार हैं।

आरएलडी बसपा को करेगी समर्थन
वहीं आरएलडी प्रवक्ता अनिल दुबे ने कहा कि हमने अपना मन पहले ही बना लिया है कि हम बसपा के उम्मीदवार को अपना समर्थन देंगे। वहीं इन सबके बीच कांग्रेस ने बसपा उम्मीदवार भीमराव अंबेडकर को समर्थन देने का पहले ही ऐलान कर दिया है।