Mission 2022: मायावती ने बनाई 'बाहुबली MLA' से दूरी तो समर्थन में उतरी AIMIM, मुख्तार के खिलाफ नहीं उतारेगी प्रत्याशी

punjabkesari.in Monday, Sep 13, 2021 - 06:20 PM (IST)

मऊ: उत्तर प्रदेश में 2022 के विधानसभा चुनाव में लगभग 6 महीने बाकी है लेकिन अभी से चुनावी सरगर्मियां तेज हो गई है। इसी बीच बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने चुनावी सरगर्मियों को और रफ्तार देने का काम किया है। उन्होंने मुख्तार अंसारी की जगह अपनी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भीम राजभर को मऊ सदर से विधानसभा का टिकट देने का ऐलान किया है। इस फैसले को लेकर यूपी के सियासी गलियारों में चर्चा का विषय बना हुआ है। 

वहीं मऊ शहर के मिर्जाहड़ीपुरा इलाके से AIMIM के प्रदेश अध्यक्ष शौकत अली के द्वारा मुख्तार अंसारी के समर्थन में बयान देने पर राजनीतिक माहौल बदलने लगा। हालांकि शौकत अली द्वारा भिवानी मीडिया कर्मियों से बात करते हुए कहा गया कि मुख्तार अंसारी के खिलाफ AIMIM पार्टी के द्वारा कोई प्रत्याशी नहीं उतारा जाएगा। साथ ही अली ने कहा कि मुख्तार अंसारी या फिर उनके परिवार का कोई भी सदस्य अगर हमारी पार्टी से चुनाव लड़ना चाहता है तो लड़ सकता है। अगर मुख्तार अंसारी हमारी पार्टी से या फिर निर्दल ही चुनाव लड़ना चाहते हैं तो हमारी पार्टी का प्रत्याशी मुख्तार अंसारी के खिलाफ मैदान में नही उतरेगा। बता दें कि मुख्तार अंसारी मऊ निर्वाचन सीट से 5 बार के विधायक हैं और वर्तमान में उत्तर प्रदेश की बांदा जेल में हैं।

क्या मुख्तार 2017 में अपराधी नहीं थे… उस वक्त क्यों टिकट दिया गया?
मायावती पर तंज कसते हुए शौकत अली ने कहा कि क्या 2017 में मुख्तार अंसारी को टिकट देने से पहले मायावती भूल गई थी कि वो अपराधी है या नहीं। क्या उस वक्त मुख्तार की छवि अच्छी हो गई थी। पार्टी में पहले खुद टिकट दिया जाता है और बाद में निकाल दिया जाता है जो कि बहुत ही गलत है। गौरतलब है कि मुख्तार के बड़े भाई सिबगतुल्लाह अंसारी अपने बेटे के साथ समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए हैं हैं। कयास लगाया जा रहा था कि मुख्तार भी सपा की तरफ जा सकते हैं। लेकिन सपाइयों की तरफ से कोई निमंत्रण नहीं आया। वहीं मुख्तार के तीसरे भाई बसपा से गाजीपुर के सांसद अफजाल अंसारी पर भी मायावती विचार-विमर्श कर सकती हैं।

 

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Umakant yadav