डॉ. अांबेडकर की विचारधारा से इत्तेफाक नहीं रखती मायावती : निर्मल

punjabkesari.in Saturday, Apr 21, 2018 - 05:06 PM (IST)

लखनऊः उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को दलित मित्र सम्मान देकर चर्चा में आए आंबेडकर महासभा के अध्यक्ष डॉ लालजी प्रसाद निर्मल ने आज दावा किया कि बहुजन समाज पार्टी (बसपा) अध्यक्ष मायावती बाबा साहब के विचारों की विरोधी है।  प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाली सरकार ने हाल ही में डॉ. निर्मल को राज्यमंत्री के दर्जा से नवाजते हुए राज्य अनुसूचित जाति एवं जनजाति वित्तीय विकास निगम का अध्यक्ष नियुक्त किया है। डॉ. निर्मल ने बातचीत में कहा कि बसपा अध्यक्ष मायावती की राजनीति के वह हमेशा से इसलिए विरोधी रहे है क्योंकि वह मानते है भारतीय राजनीति में सिर्फ मायावती ही एक ऐसा चेहरा हैं जो जातिवादी हैं।   

डॉक्टर निर्मल ने कहा बसपा अध्यक्ष ने अपना उत्तराधिकारी भी अपनी जाति से चुना। केन्द्रीय मंत्री रामविलास पासवान से लेकर मौजूदा राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की उम्मीदवारी का विरोध भी उन्होंने सिर्फ इसलिए किया क्योंकि वह बसपा सुप्रीमो की जाति से नहीं थे। डॉ निर्मल ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को दलित मित्र पुरस्कार देने को जायज ठहराते हुए कहा कि गोरखपुर की गोरक्षा पीठ हमेशा से दलित समुदाय के साथ समरसता का भाव रखती रही है। वहां दलित समुदाय को अपने साथ बैठा कर भोजन कराए जाने की परंपरा रही है।

योगी ने सत्ता संभालते ही साफ शब्दों में कहा था कि दलितों पर अत्याचार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। महासभा के अध्यक्ष ने कहा सभी सरकारी कार्यालयों में डॉक्टर भीमराव आंबेडकर की फोटो लगाए जाने का निर्णय एक क्रांतिकारी कदम है। ये निर्णय अपने को दलित समुदाय का रहनुमा कहने वाले दल भी नहीं कर सके। उन्होंने दावा किया कि दलित मित्र का पुरस्कार योगी को देना सही फैसला है। निर्मल ने कहा वह राज्य अनुसूचित जाति एवं जनजाति वित्तीय विकास निगम के अध्यक्ष के रूप में इस समुदाय के आर्थिक विकास के लिए हर जरूरी और संभव कदम उठाएंगे। वो जल्द प्रदेश के तमाम जिलों का दौरा करेंगे और वहां इस समुदाय के स्थानीय नेतृत्व के माध्यम से दलित समुदाय के आर्थिक विकास के लिए बनाई गई योजनाओ का लाभ जरुरतमंद लोगों तक पहुंचने का प्रयास करेंगे।  

Ruby