छोटे-बड़े उद्योगों के बंद होने पर मायावती ने जताई चिंता, कहा- इस पर ध्यान दें केंद्र-राज्य सरकार

punjabkesari.in Saturday, Jun 06, 2020 - 12:33 PM (IST)

लखनऊः बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती ने देश में छोटे-बड़े उद्योगों के बंद होने पर चिंता जताई है। इस पर मायावती ने केंद्र और राज्य सरकारों को इस विषय पर ध्यान देने की बात कहीं है। उन्होंने कहा कि सरकार ने प्लान तो बहुत बनाए, लेकिन जमीनी हकीकत नहीं दिख रही है। 

मायावती ने कहा कि पहले से स्थापित उद्योग नहीं बंद होने चाहिए। सरकार लोगों की परेशानियों को दूर करे। सरकार जो भी नीति बनाए सिर्फ पब्लिसिटी के लिए इस्तेमाल ना करें बल्कि उसे जमीनी हकीकत पर लाएं। बसपा सुप्रीमो ने कहा कि किसान कोरोना और कुदरत दोनों से परेशान है, इसलिए सरकार गरीबों के साथ मजाक नहीं करें।

प्रवासी श्रमिकों, बेरोजगारों और किसानों के मुद्दे पर सरकार को घेरते हुए मायावती ने कहा कि इन सभी के हितों के लिए किए जा रहे दावों का मीडिया या अन्य माध्यमों से प्रचार-प्रसार करने की बजाय उन्हें जमीनी तौर पर लागू करने की सख्त जरूरत है। उन्होंने कहा कि जब प्रवासी श्रमिक बड़े पैमाने पर बस और ट्रेन के जरिए उत्तर प्रदेश आ रहे थे तो राज्य सरकार की ओर से कुछ मंत्रियों और अधिकारियों का समूह बनाकर इस बात पर जोर दिया जाता कि अन्य राज्यों से आने वाले सभी लोगों की यहां हर संभव मदद की जाएगी और उनको रोजी-रोटी के साधन उपलब्ध करवाए जाएंगे, लेकिन असल में यहां इन लोगों की बहुत खराब हालत है।

उन्होंने कहा कि हालात इतने दयनीय है कि इन लोगों के जो बड़ी-बड़ी डिग्री रखने वाले प्रवासी कामगारों को मनरेगा के तहत खुदाई करनी पड़ रही है। राज्य सरकार को भी सोचना चाहिए कि जब बड़ी-बड़ी डिग्री लेकर लोग गड्ढे खोदेंगे तो इसका शिक्षा के ऊपर कितना बुरा प्रभाव पड़ेगा, लोग सोचने को मजबूर होंगे कि पढ़ने-लिखने का क्या फायदा है।

मायावती ने कहा कि नए उद्योगों को स्थापित करने में अभी बहुत समय लगेगा और तब तक प्रवासी श्रमिकों के सामने रोजगार की बड़ी समस्या है। यूपी के अलावा अन्य राज्यों में भी हमें यही स्थिति देखने को मिल रही है जिसके कारण पहले से स्थापित उद्योगों से बड़ी संख्या में लोग बेरोजगार हो रहे हैं। केंद्र और राज्य सरकारें सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के हिसाब से भी इन सभी लोगों के हितों का पूरा ध्यान रखे। किसानों की फसल खेतों में ही बर्बाद हो गई है तो ऐसी स्थिति में केंद्र और राज्य सरकारों की जिम्मेदारी बनती है कि इनकी पूरी मदद की जाए क्योंकि ये लोग पहले से ही परेशान थे, उन्हें कुदरत ने और परेशान कर दिया है।
 

Tamanna Bhardwaj