मायावती BJP की अघोषित प्रवक्ता हैं: कांग्रेस

punjabkesari.in Sunday, May 24, 2020 - 02:47 PM (IST)

लखनऊः उत्तर प्रदेश में कोरोना संकट के बीच भी राजनीति की हवा तेजी से बह रही है। ऐसे में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पीएल पुनिया ने प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश की योगी आदित्यनाथ की दलित विरोधी सरकार में दलित समाज पर हिंसा व हमले बढ़ गए हैं। दलितों का उत्पीड़न चरम पर है। पुनिया ने आगे कहा कि मायावती दलित विरोधी भाजपा सरकार के साथ हैं।

योगी सरकार में दलितों पर बढ़ी हिंसा
कांग्रेस अनुसूचित जाति प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बृजलाल खाबरी ने कहा कि योगी सरकार में दलित समाज पर हमला बढ़ा है लेकिन बहन मायावती जी के मुंह से एक शब्द नहीं निकलता है। प्रदेश में दलितों-वंचितों के खिलाफ हो रहे उत्पीड़न पर मायावती जी क्यों नहीं बोलती हैं? उन्होंने कहा कि बहन मायावती और दलित विरोधी भाजपा में समझौता हो गया है और मायावती जी भाजपा की अघोषित प्रवक्ता हैं।

सरकारी संरक्षण में हो रहा उत्पीड़न 
उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि अयोध्या में बाल कटवाने गए एक दलित युवक की धार वाले हथियार से गला रेत कर हत्या कर दी गयी। कन्नौज में भाजपा सासंद सुब्रत पाठक द्वारा तहसीलदार अरविंद कुमार के घर में घुसकर मारपीट की गई, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। रामपुर में एक सफाईकर्मी के साथ 5 लोगों ने मारपीट कर उसके मुंह में सैनिटाइजर का रासायनिक घोल डाल दिया, जिससे वह बेहोश हो गया और उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां उसकी मौत हो गई। हाल ही में कन्नौज में वाल्मिकी समाज की 9वीं कक्षा की छात्रा के साथ दुष्कर्म किया गया और धमकी दी गई। जिससे आहत होकर छात्रा ने आत्महत्या कर ली। उन्होंने कहा कि लम्बी लिस्ट है और यह सब सरकारी संरक्षण में हो रहा है।

हमने किया सेवा कार्य
UP कांग्रेस कमेटी के अनुसूचित जाति प्रकोष्ठ  चेयरमैन आलोक प्रसाद ने कहा कि पूरे प्रदेश में हम सेवा कर रहे हैं। बाहर से लौट रहे प्रवासी मजदूर भाइयों के लिए कांग्रेस पार्टी 40 जगहों पर स्टॉल्स लगाकर नाश्ता वितरित कर रही है। 22 जिलों में हम रसोईघर चला रहे हैं।67 लाख लोगों तक हमने मदद पहुंचायी है। उन्होंने कहा कि हमारे प्रदेश अध्यक्ष को जनसेवा करने के कारण जेल में डाल दिया गया है। कई दर्जन नेताओं के ऊपर फ़र्ज़ी मुकदमें दर्ज किए गए हैं। लेकिन योगी आदित्यनाथ कान खोलकर सुन लीजिए आपका दमन हमारे सेवा को नहीं रोक सकता हैं।

Author

Moulshree Tripathi