Varanasi News: काशी विश्वनाथ मंदिर के 2 किमी रेंज में मीट की दुकानों को कराया गया बंद, 26 मांस की दुकानें सील

punjabkesari.in Saturday, Mar 02, 2024 - 11:46 AM (IST)

वाराणसी: उत्तर प्रदेश के वाराणसी स्थित काशी विश्वनाथ मंदिर के परिसर से बड़ी खबर सामने आई है। जहां नगर निगम ने हरिद्वार, अयोध्या व मथुरा के तर्ज पर बनारस में भी श्रीकाशी विश्वनाथ धाम के दो किलोमीटर की परिधि में मांस की दुकानें प्रतिबंधित कर दी है। मंदिर के 2 किलोमीटर के क्षेत्र में मांस नहीं बिकेगा। नगर निगम ने  बेनियाबाग व नई सड़क पर मीट की 26 दुकानों को सील भी करवा दिया है।

निगम की इस कार्रवाई से बेनियाबाग व नई सड़क क्षेत्र में मांस की बेचने वाले दुकानदारों में खलबली मची हुई है। गत 18 जनवरी को सदन की बैठक में नगर निगम अधिनियम-1959 की धारा 91 (2) के तहत पार्षद इंद्रेश कुमार सिंह ने श्रीकाशी विश्वनाथ धाम के आस-पास मांस-मदिरा की दुकानें प्रतिबंधित करने का प्रस्ताव रखा था।
सदन ने काशी विश्वनाथ धाम के 2 किमी की परिधि में मांस की दुकानें प्रतिबंधित करने की मंजूरी दे दी थी। इस क्रम में सर्वे के बाद निगम ने प्रथम चरण में बेनियाबाग व नई सड़क क्षेत्र की 26 दुकानों को नोटिस दी थी। नोटिस में मांस बेचने वाले दुकानदाराें को सप्ताहभर की मोहलत दी गई थी।

इसके बाद निगम की प्रवर्तन दल की टीम ने सुबह श्रीकाशी विश्वनाथ धाम के दो किमी परिक्षेत्र में एनाउंस कर मांस की दुकानें बंद करने की अपील की थी। स्वत: मांस की दुकानें न हटाने पर कार्रवाई करने की चेतावनी भी दी थी। यही नहीं प्रवर्तन दल मांस के दुकानदारों से नगर निगम के प्रस्ताव के बारे अवगत कराया था। इसके बाद कई दुकानदारों ने दुकानें खाली कर दी थी। वहीं कई दुकानदारों पर नोटिस का कोई असर नहीं पड़ा। इसे देखते हुए पशु चिकित्सा अधिकारी डा. अजय प्रताप सिंह के नेतृत्व में प्रवर्तन दल व की टीम मांस को सीज कर दिया। इस दौरान बड़ी संख्या पुलिस फोर्स भी मौजूद थी।

नगर निगम की कार्रवाई से दुकानदारों में रोष
वहीं इस कार्रवाई के बाद मांस बेचने वाले दुकानदारों में काफी आक्रोश है। उनका है कि लंबे साल से हम लोग मांस की दुकान लगा रहे हैं। मानक अनुरूप पर्दा लगाकर मांस बेचते हैं। ऐसे में दुकानों का बंद करना अनुचित है। अब नए स्थान पर दुकान लगाना भी आसान नहीं होगा।उन्होंने निगम पर मनमाने तरीके से कार्रवाई करने का भी आरोप लगाया है। 
 

Content Writer

Tamanna Bhardwaj