​मेरठ: पंचायत चुनाव के लिए तैयार हो रहे अवैध हथियारों का जखीरा बरामद, 140 गिरफ्तार

punjabkesari.in Monday, Sep 07, 2020 - 07:09 PM (IST)

मेरठ: उत्तर प्रदेश की मेरठ पुलिस ने यूपी के डीजीपी के आदेश पर चलाए गए 24 घंटे के अभियान में अलग-अलग स्थानों से अवैध हथियारों का जखीरा बरामद किया है। इसके अलावा 140 लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है। पुलिस के अनुसार करीब 239 शस्त्र बरामद किए गए हैं। यह मेरठ पुलिस की अब तक की एक दिन में सबसे बड़ी बरामदगी है। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि आगामी पंचायत चुनाव के लिए हथियारों की खेफ तैयार की जा रही थी। कुछ फैक्ट्री स्वामियों को जेल में बंद बदमाशों के आर्डर भी मिले हुए है। पुलिस मौके से फरार आरोपियों की तलाश कर रही है।

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वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) अजय साहनी और पुलिस अधीक्षक (एसपी) सिटी डॉ. अखिलेश नारायण सिंह ने आज पुलिस लाइन में पुलिस को मिली उक्त कामयाबी की बावत जानकारी देते हुए बताया कि डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी के आदेश पर 24 घंटे का अभियान चलाकर मेरठ में हथियारों की बड़ी खेप पकड़ी गई है। एसएसपी के अनुसार सभी 30 थाना क्षेत्रों में थाना प्रभारियों, चौकी इंचार्ज और फैंटम पुलिस द्वारा अभियान चलाया गया जिसमें पुलिस ने सभी थाना क्षेत्रों से 140 हथियार सप्लायर और बनाने वाले कारीगर गिरफ्तार किए है।

उन्होंने बताया कि उनके कब्जे से 239 तमंचे, बंदूक और पिस्टल बरामद किए। साथ ही बड़ी संख्या में कारतूस भी बरामद किए है। पकड़े गए आरोपी दिल्ली एनसीआर के अलावा विभिन्न राज्यों में हथियारों की सप्लाई करते थे। साथ ही आने वाले पंचायत चुनाव के लिए हथियारों की खेप तैयार कर रहे थे। उन्होंने कहा, पकड़े गए आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि जेल में बंद कुख्यात अपराधी उधम सिंह और योगेश भदौड़ा समेत कई शातिर अपराधियों की तरफ से भी हथियारों के आर्डर मिल चुके थे। पुलिस पूरे मामले की गहराई से जांच कर रही है। सबसे ज्यादा 52 तमंचे ब्रह्मपुरी पुलिस ने पकड़े हैं। मौके से फरार आरोपियों की तलाश के लिए पुलिस की दस टीमें गठित की गई हैं।

एसएसपी का कहना है कि आरोपियों से पूछताछ में पता चला है कि लॉकडाउन में आरोपी, मांग के अनुसार तमंचे बनाते थे। मेरठ, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर, बिजनौर, शामली, बागपत, बुलंदशहर और आसपास के जिलों में इनकी आपूर्ति की जाती थी एसएसपी ने बताया कि कुछ आरोपी ऐसे है, जो जेल से छूटकर आने के बाद दोबारा से हथियार बनाने और बेचने के धंधे में जुट गए थे।

    

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Umakant yadav

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