मिलिए रियल लाइफ के "बजरंगी भाईजान" से, 17 सालों से सैकड़ों लोगों की कर चुके नि:स्वार्थ मदद... अखिलेश समेत कई नेता और अधिकारी कर चुके सम्मानित

punjabkesari.in Monday, Nov 15, 2021 - 06:28 PM (IST)

प्रयागराज: स्टारर फिल्म बजरंगी भाईजान में एक्टर सलमान खान ने एक बच्ची की मदद करते हुए उसको उसके देश पहुंचाने में मदद की थी लेकिन संगम शहर प्रयागराज में बजरंगी भाईजान से मशहूर पंकज रिज़वानी बीते 17 सालों से लगातार लोगों की मदद करते हुए आ रहे हैं। पंकज द्वारा किए गए समाजसेवा को लेकर शहर की मेयर अभिलाषा गुप्ता ने उन्हें प्रयागराज गौरव (प्राइड) सम्मान से सम्मानित किया है।

मेयर अभिलाषा गुप्ता का कहना है कि 2012 में जब से वह मेयर बनी है तब से वह पंकज रिजवानी को समाज के प्रति सेवा की वजह से जानती हैं। पंकज रिज़वानी निस्वार्थ लोगों की मदद करते हैं। प्रयागराज के लोग तो उन्हें बजरंगी भाईजान कह कर पुकारते ही हैं साथ ही साथ मेयर भी उनको बजरंगी भाईजान से संबोधित करती है।

20 से अधिक आईएएस, आईपीएस अधिकारी कर चुके सम्मानित
बता दें कि प्रयागराज के अलोपी बाग के पंजाबी कॉलोनी के रहने वाले पंकज रिज़वानी ने समाज सेवा में वह मुकाम हासिल किया है जिसका सपना पंकज ने बचपन में देखा था। किसी को खून देना हो, किसी की आर्थिक मदद करनी हो या फिर कोई गरीब मदद की गुहार लगा रहा हो पंकज सभी की मदद करने के लिए हाज़िर रहते हैं। अपने 17 साल की समाज सेवा में पंकज ने अधिकतर उन लोगों की सेवा की है जिनको वह जानते भी नहीं थे। पंकज की इस लगन और मेहनत को देखते हुए 20 से अधिक आईएएस, आईपीएस अधिकारी उन्हें सम्मानित भी कर चुके है।


इतना ही नहीं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, राज्यपाल राम नाईक सहित मौजूदा डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और डीजीपी रहे ओपी सिंह ने भी उनकी सराहना की है और सम्मानित किया है।


सन 2019 में पंकज रिज़वानी को बजरंगी भाईजान का टाइटल मिला जब उन्होंने 4 घंटे की बच्ची को बचाने के लिए हर कोशिश कर डाली। 10 जनवरी 2019 को पंकज के मोबाइल पर एक अनजानी कॉल आई और एक बेबस पिता अपनी बेटी को बचाने के लिए मदद की गुहार लगा रहा था।

पंकज को जब पता चला की महज़ कुछ घंटे पहले ही बच्ची का जन्म हुआ है तो पंकज अपना हर काम छोड़ करके उनके पास गए। पंकज परिवार वालों को अपनी गाड़ी में बैठा कर शहर के  करीब 8 हॉस्पिटल गए, लेकिन सभी ने बच्ची को भर्ती करने से मना कर दिया क्योंकि बच्ची बेहद नाजुक हालत में थी। इसके बावजूद पंकज ने हार नहीं मानी, अंत में एक और हॉस्पिटल में गए तो किसी तरह बच्ची को भर्ती कराया गया। कई घंटों तक पंकज हॉस्पिटल में रहे और जब तक बच्ची सामान्य हालत में नहीं आई तब तक वह घर नहीं आए। 7 दिनों के बाद पंकज ने जब उनके पिता से फिर बात की तो पता चला बच्ची स्वस्थ होकर घर आ गई है।


बच्ची के पिता ने बेटी का नाम रखा 'मुन्नी'
बच्ची का पूरा परिवार प्रतापगढ़ के बाबूगंज गांव से आया हुआ था और अब वही बच्ची 2 साल की हो गई है जो बिल्कुल स्वस्थ है और उनके माता-पिता पंकज को एक फरिश्ते की तरह मानते हैं और उन्हें बजरंगी भाईजान कह कर पुकारते हैं। बच्ची के पिता सुनील ने अपनी बेटी का नाम मुन्नी तक रख दिया है और उस बच्ची को मुन्नी कह कर पुकारते हैं।

पंकज को बजरंगी भाईजान कहना गर्व की बात: मेयर
वहीं शहर की मेयर अभिलाषा गुप्ता ने पंकज रिज़वानी को प्रयागराज गौरव (प्राइड) सम्मान से सम्मानित किया है और उनका कहना है कि वह उनके द्वारा किये गए कार्य को लेकर के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से लेकर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद तक सूचनाएं भेजेंगी और सिफारिश करेंगी की ऐसी प्रतिभा को सम्मान देकर हौसला अफजाई करने की ज़रूरत है। मेयर का कहना है कि उनको खुशी होती है कि पंकज रिज़वानी प्रयागराज के रहने वाले हैं और आम दिन हो या फिर कोविड काल रहा हो पंकज ने बढ़ चढ़कर लोगों की मदद की है। ऐसे में उनको बजरंगी भाईजान कहना एक गर्व की बात है।


उधर, पंकज रिज़वानी प्रयागराज गौरव सम्मान पाकर बेहद खुश हैं और उनका कहना है कि आगे भी वह इसी तरह लोगों की मदद करते रहेंगे। पंकज दो बेटियों के पिता हैं और उनकी पत्नी हाउसवाइफ हैं। पंकज का कहना है कि जब वह किसी की मदद करते हैं तो उनको बेहद खुशी होती है और उनको इतनी दुआ मिलती है कि उनकी जिंदगी में आने वाली परेशानियां खुद ब खुद दूर हो जाती है। पंकज की चाहत है कि वह लोगों के इतने काम आए कि इसकी गूंज राष्ट्रपति भवन और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी तक पहुंचे।


पंकज की बड़ी बेटी अदा रिज़वानी अपने पिता द्वारा किए गए कामों से बेहद खुश हैं। अदा का कहना है कि उसके दोस्त भी उनके पिता की जमकर तारीफ करते हैं।

 

 

Content Writer

Umakant yadav