‘राम वन गमन मार्ग'' के पूरा होने से चित्रकूट और अयोध्या में पर्यटकों की होगी बेशुमार वृद्धि: मौर्य

punjabkesari.in Wednesday, Sep 09, 2020 - 11:55 AM (IST)

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि सरकार की अति महत्वाकांक्षी परियोजना ‘राम वन गमन मार्ग' के पूरा होने से चित्रकूट और अयोध्या में पर्यटकों की बेशुमार वृद्धि होगी, वहीं यह परियोजना महाकुम्भ के आयोजन में आवागमन के द्दष्टिकोण से अत्यन्त उपयोगी और महत्वपूर्ण साबित होगी।

मौर्य ने मंगलवार को परियोजना के वेबिनार के जरिये हुये प्रजेन्टेशन के दौरान अधिकारियों को निर्देश दिये कि प्रयागराज में आगामी महाकुम्भ के पहले-पहले इस परियोजना को हर हाल में पूरा किया जाय। उन्होंने प्रयागराज में फोर लेन इनर रिंग रोड को भी महाकुम्भ से पूर्व पूरा करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि महाकुम्भ में 50 करोड़ लोगों के आने की सम्भावना है, इसके मद्देनजर राम वन गमन मार्ग, प्रयागराज फोर लेन इनर रिंग रोड, प्रयागराज में फाफामऊ में गंगा नदी पर निर्मित सेतु के समानान्तर नये सिक्स लेन सेतु, चकेरी-प्रयागराज के सिक्स लेन चौड़ीकरण एवं हण्डिया राजातालाब सेक्शन के सिक्स लेन चौड़ीकरण कार्य पर विशेष ध्यान दिये जाने की जरूरत है। 

राम वन गमन मार्ग के संरेखण के प्रस्तुतीकरण में बताया गया कि इसका निर्माण दो पैकेजों में प्रस्तावित किया गया है। प्रथम पैकेज की लम्बाई 54.50 किमी तथा द्वितीय पैकेज की लम्बाई 46.80 किमी आंकलित की गयी है। प्रथम पैकेज के अन्तर्गत श्रंगवेश्वर धाम के निकट गंगा नदी पर एक किमी लम्बा दीर्घ सेतु एवं राजापुर के निकट महेवा घाट पर यमुना नदी पर लगभग 600 मी लम्बाई का दीर्घ सेतु बनाया जायेगा। राम वन गमन मार्ग परियोजना की कुल लम्बाई 102 किमी होगी, इसमें 02 दीर्घ सेतु, 02 आरओबी और 02 फ्लाई ओवर निर्मित किये जाने प्रस्तावित हैं। परियोजना की 102 किमी लम्बाई में से लगभग 60 किमी लम्बाई हरित क्षेत्र से होकर जायेगी। परियोजना के लिये सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने 452.00 करोड़ रूपये का वित्तीय अनुमोदन प्रदान कर दिया गया है।

प्रयागराज में प्रस्तावित फोर लेन इनर रिंग रोड के संरेखण के प्रस्तुतीकरण में बताया गया कि प्रस्तावित प्रयागराज इनर रिंग रोड की कुल लम्बाई 98 किमी है, जिसमें से 68 किमी ग्रीन फील्ड में तथा 30 किमी की लम्बाई प्रयागराज के वर्तमान बाईपास की है। इस परियोजना की अनुमानित लागत 6879 करोड़ रूपये है।

Umakant yadav