वाराणसी में पारा 44, जले पर नमक छिड़क रही बिजली कटौती

punjabkesari.in Tuesday, May 08, 2018 - 06:12 PM (IST)

वाराणसीः आंधी-तूफान की आशंका के बीच उत्तर प्रदेश के वाराणसी में आज दिन का तापमान 44 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। आग बरसाने वाली गर्मी के कारण सड़कों से गंगा घाटों तक लोगों की आवाजाही में बेहद कम हो गई है। ऐसे में बिजली की बार-बार घंटों अघोषित कटौती गर्मी से बेहाल लोगों के जले पर नमक छिड़क रही है।  ऐतिहासिक असि घाट से लेकर दशाश्वमेध घाट एवं मानमंदिर घाट तक आमतौर पर पर्यटकों एवं श्रद्घालुओं से गुलजार रहने वाले स्थानों पर पिछले तीन-चार दिनों से लोगों की चहल-पहल बेहद कम होती नजर आ रही है। गंगा घाटों पर रेहड़ी-पटरी लगाकर रोजी-रोटी कमाने वाले कमाई नहीं होने से बेहद परेशान हैं। 

बढ़ती गर्मी की वजह से कम हुए पर्यटक
असि घाट पर पूजा समाग्री बेचकर अपनी जीविका चलाने वाले विनोद का कहना है वह पिछले दस वर्षों से यहां समाग्री बेचने का काम करते हैं, लेकिन ऐसी खराब स्थिति उन्होंने कभी नहीं देखी।  गंगा में नाव से अपनी जीविका चलाने वाले राम चंद्र निषाद ने बताया कि गर्मी के कारण उनका काम-धंधा बुरी तरह से प्रभावित है। इस मौसम में दिन के समय आमतौर पर नौका विहार करने वाले ग्राहकों की संख्या वैसे ही कम हो जाती थी, लेकिन कई दिनों से लगातार बढ़ती गर्मी के कारण लगभग दिन भर कोई काम नहीं मिलता है। शाम के वक्त थोड़ी-बहुत कमाई हो जाती है। राम चंद्र की बातों से इत्तेफाक रखने वाले नाविक सोने लाल एवं अवधेश कुमार का कहना है कि इस बार की गर्मी उनके लिए बेहद अशुभ साबित हो रही है। कमाई की उम्मीद में कर्ज लेकर नौका तैयार करवाया था, लेकिन मौसम की बेरुखी उनकी उम्मीदों पर पानी फेरता नजर आ रहा है। पर्यटक की कम संख्या के कारण उनकी कमाई बेहद कम हो गई है। उनके लिए दो वक्त की रोटी जुटाना किसी चुनौती से कम नहीं है।   

लग रहे बिजली के कट
सड़कों पर भी वीरानी छाई है। भीड़-भाड़ वाली कई सड़कों पर दोपहर वक्त मुसाफिरों की आवाजाही बेहद कम नजर आती है। बहुत से लोग धूप से बचने के लिए चेहरे पर कपड़े बांध कर निकल रहे हैं। जिला अधिकारी ने भीषण गर्मी के कारण आठवीं कक्षा तक के सभी स्कूलों की कक्षाएं पूर्वाह्न 11 बजे तक ही चलाने की इजाजत दी है। दो पालियों में चलने वाले विद्यालायों में लगभग दो घंटे ही पढ़ाई होती है। गर्मी के कारण विद्यालयों की व्यवस्था बुरी तरह से प्रभावित है। काशी हिंदू विश्वविद्यालय परिसर स्थित केंद्रीय विद्यालय के सातवीं कक्षा के एक छात्र ने बताया कि सिर्फ 2 घंटे कक्षाएं चलने से पढ़ाई नहीं हो पाती है। रोजाना लगभग दो कक्षाएं ही ठीक प्रकार चल पाती है।  40-44 डिग्री सेल्सियस की झुलसा देने वाली गर्मी के बीच बार-बार बिजली की अघोषित कटौती और इस बारे में पूर्वांचल विद्युत निगम लिमिटेड के अधिकारी की बेरुखी से लोगों को समझ में नहीं आ रहा कि आखिर वे क्या करें। बिजली कटौती के संबंध में लोगों की शिकायत के बारे में बिजली विभाग की राय जानने के लिए संबंधित अधिकारियों से पिछले 2 दिनों में कई बार संपर्क करने की कोशिश की गई, लेकिन वे उपलब्ध नहीं हुए। 

Ruby