Sanghamitra Maurya Viral Video: मंत्री गुलाबो देवी ने दशरथ की कहानी से किया साफ इनकार, कहा- ऐसी कोई बात नहीं हुई
punjabkesari.in Wednesday, Apr 03, 2024 - 04:52 PM (IST)
बदायूं: भाजपा सांसद संघमित्रा मौर्य का एक वीडियो सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बना हुआ है। जिसमें वह रोती हुई नजर आ रही हैं। वहीं, जब वीडियो वायरल हुआ तो कहा जाने लगा कि बदायूं से टिकट कटने पर संघमित्रा फूट-फूट कर रोई हैं। इसके बाद संघमित्रा मौर्य से उनके रोने की वजह पूछी गई तो उन्होंने कहा कि उनके बगल में बैठी मंत्री गुलाबो देवी ने उन्हें रामायण से राजा दशरथ का मार्मिक प्रसंग सुना दिया था। जिसे सुन वह भावुक हो गईं थी। जब इस बारे में गुलाबो देवी से सवाल किया गया तो उन्होंने इससे साफ इनकार कर दिया।
इस बारे में प्रदेश की माध्यमिक शिक्षा मंत्री गुलाबो देवी ने कहा कि मंच पर उनकी संघमित्रा मौर्य से ऐसी कोई बात नहीं हुई। उनके मन में कोई भाव आया होगा जिससे उनके आंसू छलक गए। रामायण तो रामायण है। मैं तो जब भी कोई बात होती है रामायण के प्रसंग ही सुनाती हूं। उन्होंने कहा कि उस समय संघमित्रा के मन में कोई भाव आया होगा। राजनीतिक दृष्टि से या कैसा भी। कोई बात चली होगी। जिससे उनके आंसू छलक गए। उन्होंने कहा कि अभी मेरे दिमाग में नहीं है, लेकिन ऐसा कुछ नहीं है।
बता दें कि मुख्यमंत्री योगी की सभा समाप्त होने के बाद जब संघमित्रा मौर्य से बात की गई तो उन्होंने कहा कि ''मंच पर उनके समीप माध्यमिक शिक्षा मंत्री गुलाब देवी बैठी थीं और उन्होंने रामायण का एक मार्मिक वृत्तांत सुना दिया जिससे आंखों का नम होना स्वाभाविक था।'' संघमित्रा मौर्य ने कहा कि वह कमजोर व्यक्ति नहीं हैं, बल्कि एक बहादुर महिला हैं जो आधी आबादी का प्रतिनिधित्व करती है। संघमित्रा मौर्य के रोने के दौरान उनको मंच पर समझाते नजर आए केंद्रीय राज्य मंत्री बीएल वर्मा ने कहा कि वह रोई नहीं थीं। वर्मा ने कहा कि पांच वर्ष उन्होंने (संघमित्रा) बदायूं की जनता के साथ काम किया है तो हो सकता है उन्हें याद आ रही होगी। केन्द्रीय मंत्री ने दावा किया कि ''वह पूरे मनोयोग से हमारे साथ (भाजपा उम्मीदवार को) चुनाव लड़ा रही हैं, किसी को उनसे कहना नहीं पड़ा, उनको मनाना नहीं पड़ा।
भाजपा ने इस बार संघमित्रा मौर्य का टिकट काट दिया
भाजपा ने बदायूं संसदीय क्षेत्र में संघमित्रा मौर्य को प्रत्याशी न बनाकर उनकी जगह दुर्विजय सिंह शाक्य को उम्मीदवार घोषित किया है। संघमित्रा अभी हाल ही में राष्ट्रीय शोषित समाज पार्टी की स्थापना करने वाले पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य की बेटी हैं, जिन्होंने 2022 के विधानसभा चुनाव से ठीक पहले योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली पहली सरकार में श्रम मंत्री पद से इस्तीफा देकर समाजवादी पार्टी (सपा) की सदस्यता ग्रहण कर ली। स्वामी मौर्य सपा से कुशीनगर की फाजिलनगर सीट से चुनाव हार गये लेकिन सपा ने उन्हें पार्टी का राष्ट्रीय महासचिव और फिर विधान परिषद सदस्य बनाया। हालांकि, उन्होंने वैचारिक मतभेद के चलते विधान परिषद की सदस्यता और सपा से त्यागपत्र दे दिया। मौर्य को रामचरित मानस समेत धर्म से जुड़े कई मामलों पर अपनी विवादित टिप्पणी के चलते भाजपा और हिंदू संगठनों के विरोध का सामना करना पड़ा। उनके खिलाफ लखनऊ, प्रतापगढ़ समेत कई क्षेत्रों में प्राथमिकी भी दर्ज हुई।